वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत-चीन संबंध धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे सीमा मुद्दे सुलझते जाएंगे, तनाव में कमी आएगी।
नई दिल्ली: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत-चीन संबंध धीरे-धीरे सामान्य होते जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे सीमा विवाद सुलझता जाएगा, तनाव कम होगा और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। गोयल का यह बयान शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के बाद आया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा विवाद का निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने पर सहमति व्यक्त की।
SCO शिखर सम्मेलन में बातचीत
शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अन्य वैश्विक नेताओं की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को ‘मानवता के प्रति हमारा कर्तव्य’ बताते हुए जोर दिया।बैठक में दोनों देशों ने वैश्विक व्यापार स्थिरता में एक-दूसरे की अर्थव्यवस्थाओं की भूमिका को मान्यता दी और व्यापार एवं निवेश संबंधों को बढ़ाने का संकल्प लिया।
पत्रकारों ने गोयल से पूछा कि अगर भारत-चीन संबंध फिर से सामान्य हो रहे हैं तो प्रेस नोट 3 (PN3) में ढील की संभावना है या नहीं। इस पर मंत्री ने स्पष्ट किया कि गलवान में हुई घटनाओं ने रिश्तों में थोड़ी तल्खी पैदा की थी, लेकिन सीमा मुद्दों का समाधान होते ही द्विपक्षीय संबंधों का सामान्य होना स्वाभाविक है।गोयल ने यह भी कहा कि चीन से भूमि सीमा साझा करने वाले देशों के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के सभी क्षेत्रों में वर्तमान में सरकारी अनुमोदन लेना अनिवार्य है। यह नीति अप्रैल 2020 में प्रेस नोट 3 (PN3) के रूप में लागू की गई थी।
भारत और चीन के बीच पिछले कुछ वर्षों में सीमा विवादों ने द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित किया था। खासकर गलवान घाटी की घटना के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव देखा गया। हालांकि, SCO समिट के बाद हुई बैठक में दोनों देशों ने बातचीत के माध्यम से समाधान की दिशा में काम करने की सहमति दी।