मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में लगातार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बाढ़ के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग फंस गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सेना, एनडीआरएफ, एसडीईआरएफ और जिला प्रशासन की संयुक्त टीमों ने तेजी से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने जताया आभार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए बचाव अभियान में जुटे सभी अधिकारियों और जवानों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सीमित समय में जिस तरह से कुशलता और समर्पण के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, वह अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास सामूहिक सहयोग और कर्तव्यनिष्ठा का आदर्श उदाहरण है। उन्होंने सभी टीमों की निस्वार्थ सेवा भावना को नमन करते हुए कोटि-कोटि धन्यवाद दिया।
सेना का राहत अभियान जारी
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के माध्यम से जानकारी दी है कि शिवपुरी, गुना और अशोकनगर जिलों में तीन बाढ़ राहत कॉलम और तीन मेडिकल टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। सेना के मुताबिक, अब तक 100 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। सेना का अभियान चौबीसों घंटे चल रहा है, जिससे आपदा की किसी भी स्थिति में त्वरित सहायता सुनिश्चित की जा सके।
अन्य जिलों में भी बारिश से हालात गंभीर
राज्य के अन्य जिलों में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को समय रहते राहत मिल सके।
प्रशासन की तत्परता और सभी एजेंसियों के सहयोग से संकट की इस घड़ी में बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाई जा सकी है।