सोनीपत, हरियाणा में दूसरी कक्षा के छात्र को उल्टा लटकाकर पीटने के मामले में प्राइवेट स्कूल की प्रिंसिपल और ड्राइवर गिरफ्तार। अवैध स्कूल में हो रही मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत जिले में एक प्राइवेट स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र के साथ बर्बरता का मामला सामने आया। छात्र को होमवर्क न करने पर प्रिंसिपल और उसके ड्राइवर ने खिड़की से उल्टा लटका कर बेरहमी से पीटा। यह घटना 22 अगस्त की है, लेकिन मामला तब उजागर हुआ जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल रीना और ड्राइवर अजय को गिरफ्तार कर लिया है और उनकी जांच जारी है।
सोनीपत स्कूल में छात्र के साथ हिंसा
सोनीपत के इस प्राइवेट स्कूल में छात्र को उस समय पीटा गया जब उसने अपना होमवर्क पूरा नहीं किया था। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्चे को उल्टा लटका कर थप्पड़ मारे जा रहे हैं। आरोपी ड्राइवर ने यह घटना रिकॉर्ड की और वीडियो अपने परिचितों के साथ साझा किया। वीडियो छात्र की मां तक पहुंचा, जिसने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने बताया कि प्रिंसिपल रीना ने ड्राइवर अजय को आदेश दिया था कि बच्चे को सबक सिखाया जाए। जांच में यह भी सामने आया कि रीना ने पहले दो अन्य बच्चों के साथ भी ऐसा व्यवहार किया था, जिनकी वीडियो भी मौजूद हैं। यह घटनाक्रम बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है।
आरोपी की गिरफ्तारी और पूछताछ
पुलिस ने प्रिंसिपल रीना और ड्राइवर अजय को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। दोनों आरोपियों ने अपने अपराध को स्वीकार किया है। अदालत ने दोनों को पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस अधीक्षक भूपिंदर सिंह ने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है और प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है।
अभियुक्तों के बयान और वीडियो सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने कहा कि स्कूल के अन्य बच्चों और उनके अभिभावकों से भी पूछताछ की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल के संचालन पर तत्काल रोक लगा दी है।
अवैध स्कूल पर प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई
जांच में यह भी सामने आया कि यह स्कूल अवैध रूप से संचालित हो रहा था। शिक्षा विभाग ने पहले भी कई बार नोटिस जारी किए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इस घटना के बाद हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने सभी अवैध स्कूलों की पहचान कर उन्हें बंद करने के आदेश दिए।
पानीपत के डिप्टी कमिश्नर वीरेन्द्र दहिया ने निर्देश दिए कि प्रभावित छात्रों और उनके अभिभावकों को काउंसलिंग कर नजदीकी मान्यता प्राप्त स्कूलों में स्थानांतरित किया जाए। हरियाणा मानवाधिकार आयोग ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए शीर्ष अधिकारियों को तलब किया और पूरी रिपोर्ट मांगी।
बच्चों की सुरक्षा सबसे जरूरी
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। घटना ने राज्य में शिक्षा संस्थानों में बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा किया है। अब पुलिस, शिक्षा विभाग और मानवाधिकार आयोग मिलकर पूरे मामले की गहन जांच कर रहे हैं।
इस प्रकार की घटनाएं शिक्षा संस्थानों में निगरानी और अभिभावक सहभागिता के महत्व को उजागर करती हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्कूलों के संचालन पर कड़ी निगरानी की जाएगी।