तेलंगाना कांग्रेस में मंत्री पद बंटवारे को लेकर विवाद जारी है। मल्लू भट्टी ने राजगोपाल रेड्डी को मंत्री न बनाए जाने पर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। इससे पार्टी में असंतोष बढ़ा है।
Telangana Politics: तेलंगाना कांग्रेस में राजनीतिक उठापटक कम होने का नाम नहीं ले रही है। उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने मुनुगोड़े के विधायक कोमाटीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी को मंत्री पद न दिए जाने को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सीधे सवाल उठाए हैं। उनका यह बयान उस वक्त आया है, जब कांग्रेस के अंदर ही नेतृत्व को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है। इस मामले से राहुल गांधी समेत कांग्रेस हाईकमान की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
मंत्री पद न मिलने पर उपमुख्यमंत्री ने जताई नाराजगी
मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने एक स्थानीय टीवी इंटरव्यू में साफ कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने चुनावों से पहले कोमाटीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी को मंत्री पद देने का वादा किया था। भट्टी ने यह भी कहा कि वह खुद इस वादे की जानकारी रखते थे और इसे सुनिश्चित करने में जुटे थे।
लेकिन जब मंत्रिमंडल का गठन हुआ तो सामाजिक और जातीय संतुलन के कारण राजगोपाल रेड्डी को मंत्री पद देने में दिक्कतें आईं। भट्टी के मुताबिक, मंत्रिमंडल में सामाजिक एवं जातीय संतुलन का अभाव था और इसी वजह से राजगोपाल रेड्डी को जगह नहीं मिल सकी। साथ ही उनके बड़े भाई कोमाटीरेड्डी वेंकट रेड्डी पहले से ही महत्वपूर्ण विभाग संभाल रहे थे, जिससे मंत्रिमंडल विस्तार में संतुलन बनाना और मुश्किल हो गया।
सामाजिक और जातीय संतुलन का मुद्दा बना बड़ा कारण
भट्टी विक्रमार्क ने कहा, कांग्रेस के अंदर अभी भी सामाजिक और जातीय समीकरणों को लेकर बड़ी चुनौतियां हैं। ये चुनौतियां न केवल मंत्री पद के बंटवारे में बाधा बन रही हैं, बल्कि पार्टी के भीतर असंतोष और गुटबाजी को भी हवा दे रही हैं।
ऐसे समय में जब पार्टी को एकजुट होकर आगे बढ़ना चाहिए, इस तरह की बयानबाजी कांग्रेस की छवि के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। खासकर तब जब आगामी चुनावों में पार्टी को मजबूत विपक्षी भूमिका निभानी है।
राजगोपाल रेड्डी का रुख: मंत्री पद से ज्यादा वादों को निभाना जरूरी
कोमाटीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी ने भट्टी की बातों का स्वागत किया और कहा कि वह इस बात की पुष्टि करने के लिए भट्टी के आभार हैं कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें मंत्री पद देने का वादा किया था। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि मंत्री पद उनके लिए सबसे अहम बात नहीं है।
राजगोपाल रेड्डी ने आरोप लगाया कि कुछ राज्य स्तरीय नेता इस वादे को पूरा करने में बाधा डाल रहे हैं और उन्हें अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य लोगों से किए गए वादों को पूरा करना और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाना है।