दिल्ली में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग ने चेतावनी दी है कि जलस्तर आज रात 207.40 मीटर तक पहुँच सकता है। निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा, प्रशासन ने राहत शिविर और रेस्क्यू टीमें तैनात की हैं।
New Delhi: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने नई एडवाइजरी जारी करते हुए चेतावनी दी है कि यमुना का जलस्तर आज रात 8 बजे तक 207.40 मीटर तक पहुंच सकता है। यह स्तर खतरे के निशान के करीब है, जिससे राजधानी के निचले इलाकों में बाढ़ का जोखिम बढ़ गया है।
अधिकारियों का कहना है कि पानी कई निचले इलाकों की ओर तेजी से बढ़ रहा है और प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। यमुना के किनारे रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। राहत और बचाव टीमें अलर्ट मोड में हैं और जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करेंगी।
बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश और हरियाणा के ऊपरी हिस्सों में भारी बारिश हुई है। इसके चलते यमुना में पानी का प्रवाह तेजी से बढ़ा है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक दिल्ली में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने चेताया है कि इस समय यमुना के जलस्तर पर सतर्क नजर बनाए रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी के कारण जलस्तर में और तेजी से वृद्धि हो सकती है।
प्रशासन ने किया अलर्ट और लोगों को शिफ्ट करने की तैयारी
दिल्ली सरकार ने यमुना के किनारे बसे इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम कर रहा है और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने आईटीओ बैराज का दौरा किया और मीडिया से बातचीत में कहा कि 2023 जैसी स्थिति नहीं बनेगी। उन्होंने बताया कि यमुना बेल्ट पर जिन लोगों ने घर बना लिए हैं, उन्हें कई बार सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। अब प्रशासन उन लोगों को स्कूलों में बनाए गए राहत शिविरों में भेज रहा है।
अगले 24-48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण
एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 5 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 206.74 मीटर दर्ज किया गया। हथिनी कुंड बैराज से 1,70,728 क्यूसेक, वजीराबाद बैराज से 1,25,485 क्यूसेक और ओखला बैराज से 1,65,145 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से ऊपरी क्षेत्रों में बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी के कारण यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अगले 24-48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि जलस्तर में और बढ़ने की संभावना है।
प्रभावित इलाकों में स्थिति गंभीर
यमुना का बढ़ता जलस्तर कई कॉलोनियों और गांवों में तबाही मचा रहा है। ट्रांस-यमुना क्षेत्र, मयूर विहार फेज-1, यमुना बाजार और नजफगढ़ क्षेत्र के झरोड़ा कलां गांव में पानी घुस चुका है।
झरोड़ा कलां में मंगलवार की भारी बारिश के बाद 10 से अधिक लोग घुटनों तक पानी में फंसे थे। सूचना मिलने पर दिल्ली पुलिस और अन्य बचाव दल ने लोगों को सुरक्षित निकाला और नजदीकी सरकारी स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में शरण दी। इसके बाद अधिकारियों ने इलाके की तलाशी अभियान शुरू कर दी ताकि कोई व्यक्ति फंसा न रहे।
नाव से लोगों का रेस्क्यू
दिल्ली के निचले इलाकों में पानी घुसने के बाद प्रशासन ने राहत अभियान तेज कर दिया है। यमुना के आसपास और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को नावों के जरिए राहत शिविरों और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
इन राहत शिविरों में प्रभावित लोगों को खाना, पानी और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मयूर विहार और अन्य निचले इलाकों में प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं, ताकि सभी प्रभावित परिवार सुरक्षित रह सकें।
जलस्तर पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग
लोहा पुल और पुराने रेलवे ब्रिज (ORB) क्षेत्र में ड्रोन के जरिए ली गई तस्वीरों से यमुना नदी के उफान पर होने की पुष्टि हुई है। इस कारण यातायात प्रभावित हो रहा है और जनजीवन भी बाधित हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि जलस्तर की निगरानी के लिए ड्रोन और अन्य तकनीकी साधनों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे बचाव अभियान को तेज और सुरक्षित तरीके से संचालित किया जा सके।
पिछले जलस्तर का रिकॉर्ड
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 2 सितंबर 2025 को शाम 7:00 बजे यमुना का जलस्तर 206.22 मीटर था। 3 सितंबर की सुबह 5:00 बजे यह बढ़कर 206.74 मीटर हो गया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि जलस्तर और बढ़ सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और गहरा गया है।