चतरा जिले के प्रतापपुरा में वनकर्मियों द्वारा बुजुर्गों से उठक-बैठक करने के मामले में नया मोड़ आ गया है | मामले में जहां झारखंड के पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी नेता रघुवर दास ने ट्वीट कर राज्य सरकार को घेरा हैं, वहीं मंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की जांच के बाद सख्त कार्यवाही के आदेश भी दिये | सीएम हेमंत सोरेन ने यह आदेश दिया और ट्वीट कर डीडीसी चतरा को टैग भी किया | सीएम ने अपने आदेश में कहा कि डीडीसी न सिर्फ मामले की जांच करें, बल्कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी करें |
पूर्व सीएम ने पूछे सवाल
बुजुर्गों को जबरन उठक-बैठक कराने के मामले से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास अवगत हुए और उन्होंने राज्य सरकार से सवाल पूछते हुए उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ''जब माफिया पूरा जंगल काट रहे थे तब सरकार कहाँ थी ?" उन्होंने उन गरीब आदिवासियों के खिलाफ इस तरह के अत्याचार करने के कृत्य के बारे में लिखा। पूर्व सीएम रघुवर दास ने इसे एक शर्मनाक घटना बताया |
कुछ इस प्रकार हैं मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रतापपुर जिले के नानई गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग ग्रामीण देवब्रत यादव अपनी बहू और पोते के साथ बुधवार को अपने खेतों को घेरने के लिए कई सूखी शाखाओं और झाड़ियों और जलाऊ लकड़ी को भी इकट्ठा करके अपने साथ लेके जा रहे थे | जब वे ये सब लेके जा रहे थे तब प्रतापपुरा वनकर्मी ने उन्हें पकड़ लिया । इसके बाद वनकर्मी ने बुजुर्ग को उठक बैठक लगवाई और आइंदा ऐसा ना करने की चेतावनी भी दी और कहा की यदि वो दुबारा ऐसा करेंगे तो उन्हें सीधा जेल में डाल दिया जायेगा | वनकर्मी का ये ठोस कदम जंगल काटंने वालो के खिलाफ एक चेतावनी भी है |