e-PAN Card: e-PAN Card डाउनलोड के नाम पर धोखाधड़ी, स्कैमर्स मेल के जरिए कर रहे हैं ठगी, रहें सतर्क

e-PAN Card: e-PAN Card डाउनलोड के नाम पर धोखाधड़ी, स्कैमर्स मेल के जरिए कर रहे हैं ठगी, रहें सतर्क
Last Updated: 31 दिसंबर 2024

देश में बढ़ते साइबर अपराधों के बीच एक नया खतरा सामने आया है। अब साइबर अपराधी ई-पैन कार्ड डाउनलोड करने के नाम पर लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। आयकर विभाग द्वारा जारी पैन कार्ड को लेकर स्कैमर्स ने नया तरीका अपनाया है और फर्जी ईमेल भेजकर लोगों से संवेदनशील जानकारी चुराने की कोशिश कर रहे हैं। इस संबंध में सरकार ने लोगों को चेतावनी दी है और ऐसे धोखाधड़ी से बचने के लिए अलर्ट रहने की अपील की हैं।

फर्जी ईमेल के जरिये धोखाधड़ी

हाल ही में कुछ यूजर्स ने यह शिकायत की है कि उन्हें एक ईमेल प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्हें ई-पैन कार्ड डाउनलोड करने का लिंक दिया गया था। इस लिंक पर क्लिक करने से न केवल उनका व्यक्तिगत डेटा चोरी हो सकता है, बल्कि उनके खाते में पैसे भी उड़ा दिए जा सकते हैं। सरकार ने इस तरह के ईमेल को फर्जी करार दिया है और लोगों से अपील की है कि ऐसे मेल्स का जवाब न दें और न ही किसी भी लिंक पर क्लिक करें।

सरकार की तरफ से दी गई सलाह

आयकर विभाग और सरकार की तरफ से एक चेतावनी जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि स्कैमर्स हमेशा अपने तरीकों को बदलते रहते हैं। वे कभी सरकारी अधिकारी बनकर फोन करते हैं, तो कभी फर्जी लिंक भेजकर लोगों को धोखा देते हैं। ऐसे मेल्स या कॉल्स से बचने के लिए सरकार ने निम्नलिखित सलाह दी हैं।

• संदिग्ध ईमेल का जवाब न दें: अगर कोई आपको ऐसा ईमेल भेजे जिसमें ई-पैन कार्ड डाउनलोड करने के लिए कहा गया हो, तो उसे अनदेखा करें और उस पर कोई प्रतिक्रिया न दें।
• ईमेल के अटैचमेंट को न खोलें: फर्जी ईमेल में कभी भी किसी प्रकार के अटैचमेंट हो सकते हैं, जिन्हें खोलने से आपके डिवाइस में मालवेयर (malware) इंस्टॉल हो सकता हैं।
• संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: यदि ईमेल में कोई संदिग्ध लिंक है, तो उस पर क्लिक करने से बचें। इससे आप अपने व्यक्तिगत जानकारी या बैंक विवरण चोरी करवा सकते हैं।

• सुरक्षा सॉफ़्टवेयर अपडेट करें: अपने डिवाइस और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर को हमेशा अपडेट रखें ताकि आप किसी भी संभावित खतरे से बच सकें।
• फ्रॉड की स्थिति में तुरंत रिपोर्ट करें: यदि आप धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत साइबर पुलिस और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

कैसे पहचानें फर्जी ईमेल?

फर्जी ईमेल की पहचान करने के लिए कुछ आसान तरीके हैं। सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि ईमेल के डोमेन नाम (domain name) में कोई गड़बड़ी नहीं हो। अगर ईमेल भेजने वाले का डोमेन नाम कुछ अजीब या संदिग्ध लगता है, तो उसे न खोले। इसके अलावा, आधिकारिक संस्थाओं के ईमेल में आमतौर पर व्यक्तिगत जानकारी की मांग नहीं की जाती है, इसलिए अगर किसी ईमेल में ऐसा अनुरोध हो तो उसे नजरअंदाज करें।

साइबर स्कैम से बचाव के उपाय

• साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ और उपाय किए जा सकते हैं।
• बैंकिंग लेन-देन पर ध्यान दें: यदि आपके खाते से कोई अनधिकृत ट्रांजेक्शन होता है तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।
• स्मार्टफोन और लैपटॉप की सुरक्षा: साइबर अपराधियों से बचने के लिए अपने डिवाइस पर फायरवॉल और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें।
• व्यक्तिगत जानकारी शेयर करते समय सतर्क रहें: कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि आधार नंबर, बैंक खाते का विवरण या पिन कोड किसी अनजान व्यक्ति से शेयर न करें।

आखिरकार, सतर्कता है सबसे बड़ा हथियार

आधिकारिक वेबसाइट्स और सरकारी विभागों के जरिए प्राप्त सूचनाओं पर ही विश्वास करें और किसी भी प्रकार की असमंजस या धोखाधड़ी से बचने के लिए हर कदम पर सतर्क रहें। यह ध्यान रखें कि साइबर अपराधियों का एकमात्र उद्देश्य आपकी व्यक्तिगत जानकारी को चुराकर आपको नुकसान पहुंचाना होता है। इसलिए, ई-पैन कार्ड जैसी महत्वपूर्ण जानकारी से जुड़ी गतिविधियों में कोई भी असमान्य गतिविधि महसूस होने पर तुरंत ध्यान दें और जांच-पड़ताल करें।

इस खबर से यह साफ है कि साइबर अपराधी अपनी नापाक हरकतों से कभी भी किसी को भी निशाना बना सकते हैं। अतः सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए अपने ऑनलाइन लेन-देन और दस्तावेजों से जुड़े सभी कार्यों में सतर्कता बरतें, ताकि आप ऐसे धोखाधड़ी से बच सकें।

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