डासना मंदिर लाठीचार्ज मामले में योगी आदित्यनाथ का संज्ञान, CM ने कार्रवाई का दिलाया भरोसा

डासना मंदिर लाठीचार्ज मामले में योगी आदित्यनाथ का संज्ञान, CM ने कार्रवाई का दिलाया भरोसा
Last Updated: 15 अक्टूबर 2024

गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में आयोजित महापंचायत में शामिल होने जा रहे लोगों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही, लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर से मुलाकात कर इस मामले की विस्तृत जानकारी भी प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में न्यायसंगत कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

New Delhi: डासना स्थित देवी मंदिर में पंचायत में शामिल होने जा रहे लोगों पर लाठीचार्ज मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है। सोमवार को मुख्यमंत्री ने लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर से भी इस मामले पर चर्चा की और आश्वासन दिया कि इस पूरे प्रकरण में न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर गंभीरता से चिंता व्यक्त की और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मामले की पूरी जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा

सोमवार की सुबह, लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर को मुख्यमंत्री कार्यालय से एक महत्वपूर्ण फोन आया। उन्हें लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए बुलाया गया था। विधायक गुर्जर तुरंत ही सड़क मार्ग से लखनऊ रवाना हुए और मुख्यमंत्री से मुलाकात की। यह मुलाकात क्षेत्र के विकास और जनता के महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित थी।

विधायक ने मुख्यमंत्री को लोनी क्षेत्र में चल रही समस्याओं और विकास योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री ने विधायक की बातों को ध्यान से सुना और क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।

डासना देवी मंदिर महापंचायत

पुलिस की कार्रवाई पर सवाल ग़ाज़ियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर पर चार अक्टूबर को हुए हमले के प्रयास के बाद सनातनियों में रोष व्याप्त है। इसी कारण हिंदू समुदाय की 36 बिरादरियों ने रविवार को डासना देवी मंदिर में महापंचायत बुलाई थी। लेकिन पुलिस ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए लोगों को मंदिर जाने से रोका और उन पर लाठीचार्ज किया। इस कार्रवाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

विधायक ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को इस मामले में अवगत कराया है। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है और कहा है कि महंत यति नरसिंहानंद द्वारा की गई टिप्पणी गलत थी। इस तरह की टिप्पणियों से बचना चाहिए।

सीएम योगी ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया

विधायक ने मुख्यमंत्री को सूचित किया कि महंत की टिप्पणियों के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इसके बावजूद, दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने मिलकर मंदिर पर हमले की कोशिश की। इससे क्षेत्र में लोगों में रोष और असंतोष व्याप्त है। मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है और जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जिले में उपचुनाव होने वाले हैं। ऐसे में माहौल को बिगाड़ने की कोशिशें शरारती तत्वों द्वारा की जा सकती हैं, इसलिए सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को मिलकर जिले में शांति बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए।

पुलिस की कार्रवाई पर हिन्दू संगठनों में भारी रोष

दासना स्थित देवी मंदिर में आयोजित महापंचायत में शामिल होने जा रहे लोगों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने से हिन्दू संगठनों के नेताओं में भारी रोष है। लोगों का आरोप है कि मंदिर पर हमला करने के लिए भीड़ को उकसाने वाले तीन नेताओं के खिलाफ पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है।

पंचायत में शामिल होने के लिए जा रहे लोग शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर मंदिर में विचार-विमर्श करना चाहते थे। किसी भी प्रकार का विरोध प्रदर्शन करने की कोई मंशा नहीं थी, फिर भी पुलिस ने लोगों को पंचायत में जाने से रोका और उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद, पंचायत में जा रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया गया और जो लोग गिर पड़े उन पर भी लाठियां बरसाई गईं, जिसकी हिन्दू संगठन कड़ी निंदा कर रहे हैं।

शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष महेश आहूजा ने कहा कि जिस तरह से लाठीचार्ज किया गया, वह गलत है और लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। हिन्दू संगठन पुलिस की इस कार्रवाई को अत्यधिक निंदनीय बताते हुए इसकी जांच की मांग कर रहे हैं और लाठीचार्ज में शामिल अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

Leave a comment