कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को एकजुट रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा, साथ रहेंगे तो विकास होगा, अलग हुए तो मुश्किलें बढ़ेंगी।
Karnataka: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच सत्ता संतुलन को लेकर अटकलें तेज हैं। इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दोनों नेताओं को खुले मंच से बड़ा संदेश देते हुए एकजुट होकर काम करने की सलाह दी है।
खड़गे ने मंच से दिया बड़ा संदेश
शनिवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान खड़गे ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार साथ रहेंगे, तो राज्य का विकास होगा। लेकिन अगर वे अलग हुए, तो मुश्किलें खड़ी होंगी। खड़गे ने अपने हाथों से संकेत देते हुए कहा कि उन्हें एक दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, न कि अलग-अलग राहों पर। उनके इस बयान के बाद मंच पर बैठे डीके शिवकुमार मुस्कुराने लगे।
'अलग हुए तो मुश्किलें बढ़ेंगी'
खड़गे ने कहा, "अगर वे एक साथ मिलकर काम करेंगे, तो हमारा काम आसान हो जाएगा। लेकिन अगर वे अलग-अलग दिशाओं में जाते हैं, तो मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। राज्य की जनता को सड़कें चाहिए, स्कूल चाहिए, जल संसाधन परियोजनाएं चाहिए, स्वास्थ्य सेवाएं चाहिए। हमें इन्हीं मुद्दों पर ध्यान देना होगा।"
राज्य के विकास को प्राथमिकता देने की नसीहत
खड़गे ने साफ कहा कि सिद्धारमैया और शिवकुमार को आपसी विवाद भूलाकर मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने दोनों नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि जनता विकास की उम्मीद करती है, न कि राजनीतिक खींचतान की। खड़गे ने दोहराया कि जब कांग्रेस विकास के मुद्दे से हटकर अन्य चीजों पर ध्यान देती है, तो जनता इसे पसंद नहीं करती।
कर्नाटक में अंदरूनी कलह की अटकलें तेज
कांग्रेस में लंबे समय से यह चर्चा चल रही है कि डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर टकराव है। हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने इसे कई बार नकारा है, लेकिन खड़गे का यह बयान संकेत देता है कि शीर्ष नेतृत्व भी इन अटकलों से वाकिफ है। अब देखना होगा कि कांग्रेस नेतृत्व के इस संदेश के बाद कर्नाटक की राजनीति में क्या बदलाव देखने को मिलता है।