मुंबई में बुधवार की शाम अचानक तेज बारिश शुरू होने से लोगों की परेशानियाँ बढ़ गईं। इस बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। शाम को शुरू हुई वर्षा के चलते, कार्यालय से घर लौट रहे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके परिणामस्वरूप, मुंबई के सभी स्कूल और कॉलेज गुरुवार को बंद रहेंगे।
Mumbai: मुंबई में बुधवार की शाम अचानक हुई तेज वर्षा ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न स्थानों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। शाम को शुरू हुई वर्षा के कारण कार्यालय से घर लौटने वाले लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरि जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मुंबई के सभी स्कूल और कॉलेज गुरुवार को बंद रहेंगे।
इसके अलावा, मुंबई की ओर आने वाली कम से कम 14 उड़ानों को अपना मार्ग बदलने पर मजबूर होना पड़ा। वर्षा के कारण मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेन सेवाओं के साथ-साथ सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है।
तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
बीएमसी के अनुसार, बुधवार शाम को शुरू हुई भारी बारिश ने मुंबई के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित किया। शाम 5 बजे से रात 10 बजे के बीच, पूर्वी उपनगरों में 87.79 मिमी, पश्चिमी उपनगरों में 95.57 मिमी और मुंबई शहर में 167.48 मिमी बारिश दर्ज की गई। भांडुप और पवई क्षेत्र में वर्षा की तीव्रता सबसे अधिक रही, जहाँ क्रमशः 275 मिमी और 274 मिमी वर्षा हुई। सेवरी कोलीवाड़ा और वडाला क्षेत्र में भी 145 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई।
बुधवार की दोपहर तक मौसम साफ था, लेकिन शाम 5 बजे के करीब घने बादल छाने से अचानक अंधेरा हो गया। इसके बाद 6 बजे से शुरू हुई तेज बारिश रातभर चलती रही। रत्नागिरी और रायगढ़ के पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम की गंभीरता को देखते हुए मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है।
घाटकोपर, सायन, और मुलुंड जैसे रेलवे स्टेशनों पर भारी बारिश के कारण ट्रैक में जलभराव हो गया है, जिससे मध्य रेलवे की लोकल ट्रेन सेवाओं में अवरोध उत्पन्न हो गया है। इस स्थिति के चलते स्टेशनों पर यात्रियों की बड़ी संख्या एकत्रित हो गई है। इसी बीच, डोम्बिवली के कांबा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की दुखद मृत्यु हो गई है, जिससे हालात और भी गंभीर हो गए हैं।
उत्तराखंड और हिमाचल में मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में लंबे समय के बाद बुधवार को भारी वर्षा ने राहत और मुश्किलों दोनों का सामना कराया। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में थल-सातशिलिंग राजमार्ग का एक 50-60 मीटर का हिस्सा रामगंगा नदी में बह जाने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। नागीमल मंदिर के पास सड़क का यह हिस्सा नदी में समा गया, जिससे इलाके में यातायात ठप हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार, देहरादून सहित ज्यादातर क्षेत्रों में गुरुवार को आंशिक बादल छाये रह सकते हैं, और गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है।
हिमाचल में कई क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट
धर्मशाला संवाददाता के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में भी तेज बारिश का अनुभव किया गया है। मानसून के फिर से सक्रिय होने के कारण तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। शिमला का तापमान, जो पिछले 30 वर्षों में 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था, बुधवार को मौसम में बदलाव के कारण 24.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। शिमला, सोलन, सिरमौर, कुल्लू, मंडी और कांगड़ा में गुरुवार के लिए कई स्थानों पर बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।