Char Dham Yatra 2024: मलेशिया से चारधाम की यात्रा करने आए एक परिवार के साथ हुई दर्दनाक घटना, अलकनंदा नदी में बह गए पिता-पुत्र, पढ़ें...

Char Dham Yatra 2024: मलेशिया से चारधाम की यात्रा करने आए एक परिवार के साथ हुई दर्दनाक घटना, अलकनंदा नदी में बह गए पिता-पुत्र, पढ़ें...
Last Updated: 24 सितंबर 2024

चारधाम यात्रा के दौरान मलेशिया से आए एक परिवार के साथ बदरीनाथ धाम के पास एक दुखद हादसा हो गया। अलकनंदा नदी में पिता-पुत्र बह गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि बचाव दलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पिता को सुरक्षित बचा लिया।

बद्रीनाथ: चारधाम यात्रा के दौरान मलेशिया से आए एक परिवार के लिए एक बड़ा हादसा हो गया। मंगलवार को जब यह परिवार बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए पहुंचा, तो बदरीनाथ धाम के पास गांधी घाट के समीप अलकनंदा नदी में पिता और पुत्र बह गए। हालांकि, राहत और बचाव दलों की त्वरित कार्रवाई से पिता को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन पुत्र का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। बचाव दल लगातार उसकी तलाश कर रहे हैं। इस घटना ने यात्रा के दौरान सुरक्षा नियमों और सतर्कता की आवश्यकता को और भी महत्वपूर्ण बना दिया हैं।

अलकनंदा नदी में बह गए पिता- पुत्र

 मलेशिया से चारधाम यात्रा के लिए आए परिवार के साथ बड़ा हादसा हो गया जब बदरीनाथ धाम के पास अलकनंदा नदी में पिता-पुत्र बह गए। सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) की टीम ने मौके पर पहुंचकर तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया। बचाव दलों ने सुरेश चंद्र को घटनास्थल से लगभग 200 मीटर दूर से सुरक्षित बचा लिया, लेकिन उनके 40 वर्षीय पुत्र डॉ. बलराज सेठी को तेज बहाव में बह जाने के कारण अब तक नहीं ढूंढा जा सका है। सुरेश चंद्र को विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। यह परिवार 14 सितंबर को भारत पहुंचा था और इस हादसे के दिन बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए आया था। बचाव दल अभी भी बलराज सेठी की खोज में जुटे हुए हैं।

यमुनोत्री धाम में दो लोगों की मौत

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के दौरान यमुनोत्री धाम से लौटते हुए दो तीर्थयात्रियों की तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। सोमवार को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के 61 वर्षीय कैलाश चंद्र असावा ने यमुनोत्री मंदिर के दर्शन किए थे। लेकिन लौटते समय जानकीचट्टी पार्किंग के पास उनकी तबीयत बिगड़ गई, और अस्पताल पहुंचाने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। दूसरी घटना रविवार देर रात हुई, जब आंध्र प्रदेश के 64 वर्षीय श्रीनिवास कुचिमोटला की जानकीचट्टी में स्वास्थ्य खराब हो गया। उन्हें भी तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इस साल चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य खराब होने के कारण अब तक 198 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिसमें सबसे अधिक 92 मौतें केदारनाथ में हुई है और 36 यमुनोत्री में। इन घटनाओं ने यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों की गंभीरता को उजागर किया हैं।

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