भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी कि 25 मई की शाम तक बंगाल की खाड़ी में भयंकर टिफन रेमल आने की संभावना है। इसके अलावा रविवार को इस चक्रवात की वजह से 102 KM प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। IMD ने मछुआरों को 24 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 27 मई तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने के लिए अलर्ट जारी किया है।
कोलकाता मानसून: गर्मी के चलते पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत प्रचंड गर्मी से जूझ रहा है। कई शहरों का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। दिल्ली एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में पिछले दो हफ्ते से प्रचंड गर्मी का कहर जारी है।
इसी दौरान मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र और तेजी से चक्रवात का रूप लेने की संभावना है। इस चक्रवात का नाम 'रेमल' दिया गया है।
समुद्र में जाने से मछुआरों को किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यह तूफान के 25 मई की शाम तक बंगाल की खाड़ी से टकराने की संभावना। इसके अलावा रविवार यानि 26 मई को चक्रवात की वजह से 102 KM प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती है। IMD ने मछुआरों को 24 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी में, 26 मई तक मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 27 मई की सुबह तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने को लेकर अलर्ट जारी किया है।
इन राज्यों में होगी बारिश
विभाग ने जानकारी देते हुए बताया है कि आने वाले इस चक्रवात के दौरान 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल के कई जिलों और आस पास के राज्यों जैसे मिजोरम, उत्तरी ओडिशा, दक्षिण मणिपुर और त्रिपुरा में भारी बारिश आने की चेतावनी दी है।
इस सीजन का पहला चक्रवात
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में मानसून प्रारम्भ होने से पहले यह चक्रवात इस सीजन का यह पहला चक्रवाती तूफान होगा। बताया जा रहा है कि हिंद महासागर के क्षेत्रों में आने वाले चक्रवातों के नामकरण की प्रणाली के अनुसार, इस चक्रवात का नाम 'रेमल' (REMAL) दिया जाएगा। जो कि इसका सुझाव ओमान ने दिया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार (23 मई) को 13.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 86.9 डिग्री पूर्वी देशांतर के बीच यह चक्रवात रिकॉर्ड किया गया। वहीं शुक्रवार तक यह बंगाल की खाड़ी में उत्तर पूर्व की ओर बढ़कर और भयंकर हो सकता है।