शुगर छोड़ खाएं देसी खांड, मिलेंगे आपको यें जबरदस्त लाभ,जाने कैसे

शुगर छोड़ खाएं देसी खांड, मिलेंगे आपको यें जबरदस्त लाभ,जाने कैसे
Last Updated: 11 जुलाई 2024

शुगर छोड़ खाएं देसी खांड, मिलेंगे आपको यें जबरदस्त लाभ

हमारे देश में शुभ अवसरों पर मिठाई खिलाने की पुरानी परंपरा है। मिठाई खाना सीमित मात्रा में सही है, लेकिन अत्यधिक शुगर का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। चीनी से बनी मिठाई सभी को पसंद आती है, और इसके स्वाद के कारण अब लोगों ने पारंपरिक देसी खांड का उपयोग भी कम कर दिया है। कुछ लोग चाय या कॉफी में चीनी की कमी महसूस नहीं करते, लेकिन अधिकांश लोग बिना चीनी के खाने-पीने की चीजों को बेस्वाद मानते हैं। हालांकि, चीनी के नुकसान के कारण लोग अपने आहार में इसकी मात्रा कम करने पर मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में वे अपने आहार में देसी खांड का उपयोग कर सकते हैं। देसी खांड को गुड़िया शक्कर भी कहा जाता है। बहुत कम लोगों को पता है कि देसी खांड चीनी से कहीं अधिक लाभकारी है। इस लेख में हम जानेंगे कि देसी खांड क्या है, इसके फायदे क्या हैं, और यह चीनी से किस प्रकार बेहतर है।

 

देसी खांड क्या है?

देसी खांड भी गन्ने के रस से ही बनती है, जिससे शक्कर बनती है। शक्कर को अत्यधिक रिफाइन किया जाता है, जिससे उसके अंदर मौजूद फाइबर और पोषण खत्म हो जाते हैं। वहीं, खांड गन्ने के रस का कम रिफाइंड रूप है। सबसे खास बात यह है कि देसी खांड में कोई भी केमिकल इस्तेमाल नहीं किए जाते हैं, जो इसे चीनी से बेहतर विकल्प बनाता है।

 

कैसे तैयार होती है देसी खांड/गुड़िया शक्कर

पुराने समय से लोग इसे खांड या गुड़िया शक्कर के नाम से जानते हैं। चीनी आने के बाद इसका उपयोग कम हो गया है। गन्ने के रस को गर्म करके उसे पलटे की सहायता से घुमाया जाता है। फिर इसे पानी और दूध से साफ किया जाता है। इस तरह खांड भूरे रंग के पाउडर के रूप में तैयार हो जाती है। देसी खांड शरीर को ठंडक प्रदान करती है। साथ ही इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बनाते हैं। इसके सेवन से आप कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।

देसी खांड के फायदे

देसी खांड में फाइबर होता है, जो पेट की सफाई के साथ-साथ हेल्दी गट बैक्टीरिया को बनाए रखने में मदद करता है। इसमें मौजूद आयरन खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा के लिए जरूरी होता है। देसी खांड न केवल डायबिटीज, जोड़ों के दर्द, अर्थराइटिस जैसी समस्याओं से बचाती है, बल्कि यह वजन घटाने में भी कारगर है। देसी खांड कैल्शियम से भरपूर होती है, जो हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। बेहतर पाचन के लिए भी खांड बेहद फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। यदि आप पेट संबंधी समस्याओं से परेशान हैं, तो खांड बेहतर पाचन में मददगार हो सकती है।

 

खांड को खाने का तरीका

लोग इसे भोजन में घी के साथ खाते हैं। रोटी के ऊपर खांड और घी को मिलाकर खा सकते हैं। मीठे के शौकीन चीनी की जगह खांड का उपयोग डेढ़ गुना तक कर सकते हैं।

 

खांड से तैयार हो सकते हैं ये पकवान

गृहणियां खांड का सेवन भी अपने घर में चीनी की तरह कर सकती हैं। इससे आप लस्सी, खीर, हलवा, चाय, दूध, और भी तमाम तरह की मिठाइयां बना सकते हैं। देश के दूरदराज इलाकों में आज भी देसी खांड से मेथी और सोंठ के स्वादिष्ट लड्डू बनाए जाते हैं। सर्दियों में गर्माहट लाने के लिए अक्सर दादी-नानी देसी खांड से ही मिठाइयां बनाती हैं।

 

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