ब्रिटेन का प्रसिद्ध रॉक बैंड 'कोल्डप्ले' इन दिनों भारत में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस शो के टिकट की कीमतें काफी ऊंची हैं। इसी बीच, कालाबाजारी की शिकायतें मिलने पर मुंबई पुलिस ने बुक माई शो को समन जारी किया है, जो इन टिकटों की बिक्री कर रहा है।
Maharashtra: मुंबई में होने वाले कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के टिकटों को लेकर हाल ही में काफी हंगामा मचा हुआ है।अब इस मुद्दे पर राजनीतिक गतिविधियाँ भी तेज हो गई हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि कॉन्सर्ट के टिकटों की कालाबाजारी के आरोपों के कारण मुंबई पुलिस ने बुक माई शो को समन जारी किया है। इस बीच, भाजपा और शिवसेना उद्धव गुट के बीच भी इस मुद्दे को लेकर मुठभेड़ देखने को मिली है।
भाजपा और उद्धव गुट में टिकटों की कालाबाजारी
कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के टिकटों पर भी विवाद मुंबई में होने वाले कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के टिकटों को लेकर भाजपा और शिवसेना (उद्धव गुट) के बीच तकरार शुरू हो गई है। जनवरी में होने वाले इस कॉन्सर्ट के लिए बुकिंग शुरू होने के कुछ ही देर बाद टिकटिंग सिस्टम क्रैश हो गया, जिससे दोनों पार्टियों के बीच टिकटों के कालाबाजारी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
कहा जा रहा है कि दोनों पार्टियों के नेता अपने समर्थकों को टिकटों के लिए प्राथमिकता देने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे आम लोगों को टिकटों को खरीदने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस विवाद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच तल्ख बहस भी हुई है, जिसमें आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। यह मामला एक बार फिर दोनों पार्टियों के बीच बढ़ते हुए राजनीतिक तनाव का प्रमाण है।
टिकट कालाबाजारी: शिवसेना की शिकायत
भाजपा का जवाब हाल ही में हुए एक कॉन्सर्ट की टिकटों की बिक्री में हुई कालाबाजारी के मामले को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर जाँच की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता आनंद दुबे ने पत्र में कहा कि कॉन्सर्ट की टिकटों की बुकिंग शुरू होने के कुछ ही मिनटों में सभी टिकट बिक गए। दुबे ने आरोप लगाया कि टिकटों की बुकिंग बंद होने के बाद भी, बाजार में ये टिकट ऊंचे दामों पर बिक रहे हैं।
एकनाथ शिंदे से मामले की जांच कराने का किया अनुरोध
उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए एकनाथ शिंदे से मामले की जांच कराने का अनुरोध किया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि यह उद्धव ठाकरे की सरकार नहीं है, बल्कि एकनाथ शिंदे की सरकार है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यह मामला एक बार फिर राजनीतिक रंग ले चुका है और सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ये टिकटों की कालाबाजारी कैसे हुई और इसके पीछे कौन लोग हैं। शिवसेना (उद्धव गुट) की शिकायत और भाजपा के जवाब से यह स्पष्ट हो गया है कि यह मामला आगे भी राजनीतिक विवादों का केंद्र बना रहेगा।