झारखंड की राजधानी रांची में जमीन घोटाला मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। जानकारी के मुताबिक पूर्व सीए हेमंत कुमार सोरेन के साथ चार्जशीटेड में शामिल हिलेरियस कच्छप की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। कच्छप जमीन घोटाले मामले में उनका साझेदार था।
रांची: बरियातू की 8.76 एकड़ जमीन को अवैध रूप से हड़पने के जुर्म में पकडे गए पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के साथ चार्जशीट में शामिल हिलेरियस कच्छप की मंगलवार (9 अप्रेल) की रात हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। बताया कि सीने में दर्द होने की सूचना मिलने के बाद हिलेरियस के परिवारजन उसे लेकर रिम्स (Rajendra Institute of Medical Sciences) पहुंचे थे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हिलेरियस काफी दिनों से बीमार चल रहा था, उसे कई प्रकार की आंतरिक बीमारियां थी।
कच्छप के खिलाफ चार्जशीट हुई थी जारी
अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि बरियातू क्षेत्र की विवादित जमीन को अवैध रूप से हतियाने के मामले में ईडी ने 30 मार्च 2024 को रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत में पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमंत कुमार सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप सिंह, हेमंत के दोस्त सह आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह, रैयत राजकुमार पाहन और जमीन कारोबारी हिलेरियस कच्छप के विरुद्ध चार्जशीट जारी की गई थी।
ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि हिलेरियस कच्छप हेमंत कुमार सोरेन के अवैध कब्जे वाली 8.76 एकड़ जमीन का सत्यापन कराने में बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप सिंह के साथ मिला हुआ था। वह हेमंत कुमार सोरेन के लिए उक्त जमीन को घेरने के उसकी चारों और दीवार बनाने के काम में शामिल था। चारदीवारी के भीतर बने एक कमरे में बिजली का मीटर लगा हुआ है जिसपर हिलेरियस कच्छप दिवाकर नगर बरियातू सदर का नाम अंकित था।
हिलेरियस के नाम बिजली का कनेक्शन
ईडी के अधिकारी ने बताया कि चार्जशीट में बरियातू की 8.76 एकड़ जमीन पूर्णरूप से खाली थी। उसपर किसी भी प्रकार का कोई भी निर्माण कार्य नहीं हुआ था। हेमंत कुमार सोरेन ने उस जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ था। हिलेरियस कच्छप ने हेमंत कुमार सोरेन को गलत काम में सहयोग किया और उस जमीन का स्थानीय मालिक के रूप में जाना जाता था। वर्ष 2015 में हेमंत कुमार सोरेन के कहने पर उस जमीन पर हिलेरियस कच्छप के नाम से बिजली का कनेक्शन जुड़वाया गया था।