झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो चुका है, और सभी राजनीतिक दल तथा गठबंधन सियासी गुणा-गणित में जुट गए हैं। इसी क्रम में शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई आईएनडीआईए गठबंधन की बैठक में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय किया गया।
रांची: झारखंड में चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है, और सभी राजनीतिक दल तथा गठबंधन सियासी गुणा-गणित को फाइनल करने में जुट गए हैं। इसी क्रम में, शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई आईएनडीआईए गठबंधन की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जानकारी दी कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस मिलकर 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि राजद और भाकपा माले 11 सीटों पर चुनावी मुकाबले में उतरेंगे। इसी तरह एनडीए ने भी सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर लिया है, और भाजपा एक या दो दिन में अपने उम्मीदवारों का भी एलान करने की योजना बना रही हैं।
कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा चुनाव?
हेमंत सोरेन ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा और कांग्रेस कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने केवल इतना कहा कि दोनों पार्टियां मिलकर 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। किन-किन सीटों पर दोनों पार्टियां चुनाव लड़ेंगी, इसका खुलासा बाद में किया जाएगा। बता दें कि झारखंड में विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे, और मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी।
एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी फाइनल हो चुका है। राज्य में भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि आजसू 10, जनता दल (यूनाइटेड) 2 और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 1 सीट पर चुनाव में भाग लेगी। आजसू पार्टी सिल्ली, रामगढ़, गोमिया, ईचागढ़, मांडू, जुगसलाई, डुमरी, पाकुड़, लोहरदगा और मनोहरपुर से चुनाव लड़ेगी। वहीं, जद (यू) जमशेदपुर पश्चिम और तमाड़ से चुनाव में उतरने की योजना बना रहा है, जबकि लोजपा (रामविलास) चतरा से चुनाव लड़ेगी।
कुछ सीटों को लेकर फंसा है पेंच
हेमंत सोरेन ने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) को कितनी सीटें दी जाएंगी और वाम मोर्चा कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। इस बीच, गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं हुई है। कई सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस और जेएमएम दोनों अपना-अपना दावा कर रही हैं।एक ऐसी ही सीट जमुआ है, जहां जेएमएम बीजेपी से आए विधायक केदार हाजरा को लेकर दावा कर रही है। हाजरा हाल ही में जेएमएम में शामिल हुए हैं। 2019 में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई थी, लेकिन केदार हाजरा के जेएमएम में शामिल होने के बाद अब झामुमो इस सीट को कांग्रेस से मांग रही है। इसी तरह कुछ अन्य सीटें भी हैं जिन पर अभी पेंच फंसा हुआ है, और इन सीटों पर भी गठबंधन के भीतर बात आगे बढ़ाने की आवश्यकता हैं।