प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस (Nobel laureate Dr Muhammad Yunus) बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की अगुवाई करेंगे। मोहम्मद युनूस को पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister Sheikh Hasina) और अवामी लीग सरकार की नीतियों के मुखर आलोचक के तौर पर जाना जाता है। यूनुस को माइक्रोक्रेडिट बाजार विकसित करने के लिए 2006 के नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
Dhaka Update: शेख हसीना के बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे देने और कैबिनेट भंग होने के तीन दिन बाद ही बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार का गठन होने जा रहा है। जानकारी के अनुसार नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस (Nobel laureate Dr Muhammad Yunus) की अगुवाई में बनने वाली नई सरकार के लिए यूनुस आज शपथ ग्रहण करेंगे, इसके साथ ही 15 सदस्य द्वारा भी शपथ लेने की संभावना जताई है।
सूत्रों के आधार पर बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने कहा है कि अंतरिम सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार, 8 August को शाम 8 बजे होगा, जिसमें करीब 400 गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि सेना की ओर से सरकार चलाने में यूनुस की हर जमती कोशिश की जाएगी।
जनरल ने दिए बयान
रिपोर्ट के मुताबिक, सेना प्रमुख ने अंतरिम सरकार के सलाहकार परिषद में लगभग 15 सदस्य के शामिल होने का संकेत दिया है, लेकिन मोहम्मद युनूस के अलावा बाकी नामों का अभी खुलासा नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि जनरल ने इस पर भी कोई जानकारी नहीं दी, कि देश की इस अंतरिम सरकार का कार्यकाल कितना होगा और आगे देश की राजनीतिक दिशा क्या रहेगी? उन्होंने देश के हालात पर ये जरूर कहा कि तेजी से हालात सुधर रहे हैं और अगले तीन से चार दिनों के भीतर स्थिति सामान्य हो जाएगी।
यूनुस खान पीएम पद की लेंगे शपथ
जानकारी के अनुसार सेना प्रमुख वकार ने ही सोमवार को शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़कर जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद मंगलवार को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने प्रोफेसर यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाने के छात्र संगठनों के प्रस्ताव को सहमति दी थी। इसके बाद से ये इंतजार किया जा रहा था कि, नई सरकार कब देश संभालेगी और मौजूदा स्थिति को नियंत्रण में लेकर आएगी। बुधवार को जनरल वकार ने प्रोफेसर यूनुस से बात की और गुरुवार शाम को शपथ का कार्यक्रम तय किया गया।
नोबेल प्राइज से किया था सम्मानित
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने जा रहे नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस एक अर्थशास्त्री और बैंकर हैं। उन्हें माइक्रोक्रेडिट बाज़ार विकसित करने के काम के लिए 2006 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
यूनुस को ग्रामीण बैंक के माध्यम से हजारों लोगों को गरीबी से बाहर लाने के लिए सराहना मिली थी, जिसकी स्थापना उन्होंने 1983 में की थी। इसके जरिये बैंक उन व्यवसायियों को छोटे कर्ज देता है जो नियमित बैंक उधार के लिए सक्षम नहीं होते हैं। हालांकि युनूस का शेख हसीना की सरकार के साथ रिश्ता काफी हर्ष रहा था।