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आज का पंचांग: 8 अगस्त को बन रहे हैं शुभ योग, जानिए राहुकाल और शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग: 8 अगस्त को बन रहे हैं शुभ योग, जानिए राहुकाल और शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली: श्रावण मास का पावन समय चल रहा है और 08 अगस्त 2025 का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है। शुक्रवार को पड़ रही श्रावण शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि दोपहर तक रहेगी, जिसके बाद पूर्णिमा तिथि का आरंभ हो जाएगा। इस दिन का पंचांग कई शुभ योग और नक्षत्रों से युक्त है, जो इसे धार्मिक गतिविधियों और व्रत-उपवास के लिए उपयुक्त बनाता है। आइए जानते हैं दिनभर के शुभ मुहूर्त, राहुकाल, योग, नक्षत्र और सूर्योदय-सूर्यास्त का विस्तृत विवरण।

तिथि, वार और पक्ष की स्थिति

08 अगस्त 2025 को श्रावण शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है, जो दोपहर 2 बजकर 13 मिनट तक प्रभावी रहेगी। इसके तुरंत बाद पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी, जो सावन पूर्णिमा व्रत और रक्षाबंधन पर्व से संबंधित है। यह दिन शुक्रवार का है, जिसे मां लक्ष्मी की उपासना के लिए विशेष माना जाता है।

पक्ष की बात करें तो यह शुक्ल पक्ष है, जो चंद्रमा के उज्ज्वल स्वरूप का प्रतीक होता है और शुभ कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है।

योग और नक्षत्र का संयोग

इस दिन आयुष्मान योग विद्यमान रहेगा, जो पूरा दिन और पूरी रात पार करता हुआ 9 अगस्त की भोर 4 बजकर 9 मिनट तक प्रभावी रहेगा। यह योग स्वास्थ्य, दीर्घायु और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।

साथ ही दोपहर 2 बजकर 28 मिनट तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र को स्थिर और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। यह नक्षत्र देवताओं के स्वामी विष्णु से जुड़ा हुआ है और इसके प्रभाव में किए गए कार्य लंबे समय तक स्थायित्व पाते हैं।

अभिजीत मुहूर्त

08 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त दिन के मध्य में आता है 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक।

अभिजीत मुहूर्त किसी भी कार्य को बिना पंचांग देखे शुरू करने के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है। विशेष रूप से व्यापारिक कार्य, नई योजनाओं की शुरुआत या कोई धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए यह समय अत्यंत शुभ होता है।

सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन से जुड़ा परिवर्तन

हालांकि 08 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी, लेकिन रक्षाबंधन का पर्व उदया तिथि के अनुसार मनाया जाता है।

इसलिए सावन पूर्णिमा का व्रत और रक्षाबंधन का त्योहार 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस स्थिति को लेकर पंचांगों में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि उदयातिथि ही पर्व-त्योहारों के निर्धारण में प्रमुख होती है।

राहुकाल के समय पर विशेष ध्यान

राहुकाल को अशुभ माना जाता है, इस समय कोई भी शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। 08 अगस्त को विभिन्न शहरों में राहुकाल का समय इस प्रकार रहेगा:

  • दिल्ली: सुबह 10:46 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक
  • मुंबई: सुबह 11:08 बजे से दोपहर 12:44 बजे तक
  • चंडीगढ़: सुबह 10:47 बजे से दोपहर 12:28 बजे तक
  • लखनऊ: सुबह 10:32 बजे से दोपहर 12:12 बजे तक
  • भोपाल: सुबह 10:47 बजे से दोपहर 12:26 बजे तक
  • कोलकाता: सुबह 10:04 बजे से 11:42 बजे तक
  • अहमदाबाद: सुबह 11:07 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक
  • चेन्नई: सुबह 10:46 बजे से 11:42 बजे तक

राहुकाल के दौरान यात्रा, लेन-देन, नए कार्यों की शुरुआत या किसी शुभ संस्कार की योजना नहीं बनानी चाहिए।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

  • सूर्योदय: सुबह 05:46 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 07:07 बजे

इस दिन का सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों ही समय धार्मिक कार्यों के लिए अनुकूल हैं। विशेषकर सूर्योदय के समय में संकल्प लेकर किए गए व्रत अधिक फलदायी माने जाते हैं।

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