सुलतानपुर। उत्तर रेलवे की इंजीनियरिंग टीम ने अयोध्या से प्रयागराज के बीच रेल लाइन डबलिंग का सर्वे पूरा कर लिया है। लगभग 156 किलोमीटर लंबे इस खंड के दोहरीकरण से न सिर्फ ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि यात्रियों का सफर भी और सुविधाजनक हो जाएगा।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सर्वे में यह पाया गया है कि ज्यादातर स्थानों पर रेल विभाग के पास पहले से ही आवश्यक भूमि उपलब्ध है। ऐसे में भूमि अधिग्रहण की कोई बड़ी अड़चन नहीं आएगी। अब रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी, जिसके बाद मंजूरी और फंड जारी होते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
इस खंड पर वर्तमान में मनवर संगम एक्सप्रेस, तुलसी एक्सप्रेस, साकेत एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें चल रही हैं। सिंगल लाइन होने के कारण ट्रेनों को कई बार क्रॉसिंग का इंतजार करना पड़ता है, जिससे देरी होती है। डबल लाइन बनने के बाद यात्रियों को 30 मिनट से लेकर दो घंटे तक का समय बचत होने की उम्मीद है।
अयोध्या और प्रयागराज जैसे धार्मिक एवं ऐतिहासिक शहरों को जोड़ने वाली यह रेल लाइन क्षेत्रीय विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। रेल लाइन डबलिंग से आवागमन सुचारु होगा और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
रेलवे विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, परियोजना को जल्द ही बोर्ड की मंजूरी मिल सकती है। मंजूरी के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और निर्माण कार्य तय समय में पूरा करने का लक्ष्य रहेगा।













