बेंगलुरु के पब में फ्लेमिंग सांबुका शॉट पीते समय युवती सौम्या का चेहरा और बाल झुलस गए। कंज्यूमर फोरम ने पब को लापरवाही का दोषी ठहराकर 1 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया।
बेंगलुरु: ब्रिगेड रोड स्थित पब में 2021 में हुई दुर्घटना के चार साल बाद, उपभोक्ता फोरम ने फैसला सुनाया है। पब में जलते हुए सांबुका शॉट का सेवन करते समय 28 वर्षीय सौम्या नांदल का चेहरा और बाल झुलस गए थे। इसके लिए पब को जिम्मेदार ठहराते हुए सौम्या को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया गया। यह मुआवजा चिकित्सा खर्च, मानसिक पीड़ा और कानूनी खर्च के लिए दिया गया है।
सौम्या की यह घटना 20 नवंबर, 2021 को हुई। वह अपने दोस्तों के साथ पब गई थीं और फ्लेमिंग सांबुका शॉट का मज़ा लेने के लिए तैयार हुईं। शॉट के सेवन के दौरान पब मैनेजर की लापरवाही से जलता हुआ पेय उनके चेहरे और बालों पर गिर गया।
सौम्या पर शॉट गिरने से गंभीर चोटें
जैसे ही मैनेजर ने जलता शॉट सौम्या को परोसा, उसने उसे ठीक से संभाला नहीं। शॉट उनके चेहरे और बालों पर गिर गया, जिससे आग लग गई। तत्काल ही पब कर्मचारियों ने क्रीम लगाकर मदद की, लेकिन चोटें गंभीर थीं।
घटना के अगले दिन सौम्या ने स्किन स्पेशलिस्ट से इलाज कराया। घाव सेप्टिक हो गए, जिससे संक्रमण और मवाद पैदा हुआ और निशान दिखाई देने लगे। तीन महीने तक घर पर रहते हुए वह शारीरिक दर्द और मानसिक तनाव से जूझती रहीं।
सौम्या ने पब लापरवाही पर मुआवजे की मांग की
सौम्या ने आयोग को बताया कि जलने से उनके चेहरे पर स्थायी निशान रह गए हैं, जिससे आत्मविश्वास और सामाजिक जीवन प्रभावित हुआ। इसके अलावा, शादी की संभावनाओं और पेशेवर जीवन पर भी असर पड़ा। उन्होंने चिकित्सा और कॉस्मेटिक उपचार पर 5 लाख रुपये से अधिक खर्च किए और काम से लंबी छुट्टी ली।
सौम्या ने पब पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए 24 मार्च, 2023 को उपभोक्ता आयोग का रुख किया। उनका दावा था कि कर्मचारियों ने पर्याप्त चेतावनी नहीं दी, सुरक्षा उपाय नहीं अपनाए और ज्वलनशील पेय पदार्थ के जोखिमों की जानकारी नहीं दी।
सौम्या हादसे में पब को मुआवजा देने का आदेश
पब ने बचाव में कहा कि सौम्या ने पेय पदार्थ के बारे में पूरी जानकारी लेकर स्वेच्छा से उसे लिया और दुर्घटना इसलिए हुई क्योंकि उसने सिर हिलाया। हालांकि, उपभोक्ता आयोग ने वीडियो साक्ष्य की समीक्षा के बाद पब के दावे को खारिज कर दिया। फुटेज में दिखा कि सौम्या स्थिर रही और केवल जलन होने पर उसने पेय को थूकने की कोशिश की।
आयोग ने पाया कि पब ने जलते हुए शॉट पर सुरक्षा उपायों का पालन नहीं किया और लापरवाही बरती। इस कारण पब को मुआवजा देने का आदेश दिया गया।