चीन के शीर्ष राजनयिक लियू जियानचाओ को जुलाई में विदेशी यात्रा से लौटने के बाद हिरासत में लिया गया। वे संभावित विदेश मंत्री थे। चीन सरकार ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
China: चीन की राजनीतिक दुनिया में एक नई हलचल मची हुई है। लियू जियानचाओ, जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के महत्वपूर्ण विभाग के प्रमुख हैं और विदेशी राजनीतिक दलों के साथ संबंधों का प्रबंधन करते हैं, उन्हें हाल ही में बीजिंग में हिरासत में लिया गया है। लियू को जुलाई के अंत में एक विदेशी दौरे से लौटने के बाद अधिकारियों ने पूछताछ के लिए हिरासत में रखा। यह मामला चीन की विदेश नीति और राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है।
लियू जियानचाओ कौन हैं?
लियू जियानचाओ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय संपर्क विभाग के प्रमुख हैं। इस विभाग का काम विदेशों में राजनीतिक दलों से संपर्क बनाए रखना है। 2022 में इस जिम्मेदारी को संभालने के बाद से लियू ने 20 से अधिक देशों का दौरा किया है और 160 से ज्यादा देशों के अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं। उनकी विदेश यात्राएं इतनी सक्रिय और व्यापक थीं कि उन्हें चीन का संभावित अगला विदेश मंत्री माना जा रहा था।
लियू की पढ़ाई बीजिंग फॉरेन स्टडीज यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में हुई है और उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पढ़ाई की है। उन्होंने विदेश मंत्रालय में ट्रांसलेटर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और बाद में ब्रिटेन, इंडोनेशिया और फिलीपींस में राजदूत के तौर पर काम किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के रूप में उनकी बेबाक और कभी-कभी मजाकिया शैली के कारण वे खासे लोकप्रिय रहे हैं।
हिरासत में क्यों लिए गए लियू जियानचाओ?
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, लियू को जुलाई के अंत में एक विदेशी यात्रा से लौटने के बाद बीजिंग में हिरासत में लिया गया। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि यह गिरफ्तारी राजनयिक जांच के तहत हुई है। चीन में यह अब तक की सबसे उच्च स्तर की राजनयिक जांच मानी जा रही है।
अभी तक चीन की सरकार ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। चीन के राज्य परिषद सूचना कार्यालय और कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय संपर्क विभाग ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस तरह की किसी भी जांच की पुष्टि या खंडन नहीं हुआ है।
लियू जियानचाओ की गिरफ्तारी चीन की विदेश नीति के सक्रिय चेहरे के तौर पर देखी जा रही है। उनकी विदेश यात्राएं और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन से मुलाकातें विशेष रूप से चर्चा में रही हैं। इन मुलाकातों ने यह अटकलें लगाई थीं कि लियू को अगला विदेश मंत्री बनाया जाएगा।