हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में कामकाज के बंटवारे में बड़ा फेरबदल हुआ है। मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर के जिम्मे से पांच विभाग हटा लिए गए हैं, लेकिन वह अब भी सबसे पावरफुल अधिकारी बने हुए हैं।
Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने कार्यालय (CMO) में अधिकारियों के कामकाज का नया बंटवारा किया है। इस बदलाव में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर के कार्यभार को थोड़ा कम किया गया है। उनके पास पहले 21 विभाग थे, जिनमें से अब पांच विभाग हटाकर अन्य अधिकारियों को सौंप दिए गए हैं।
हालांकि, खुल्लर अब भी मुख्यमंत्री कार्यालय के सबसे ताकतवर अधिकारी बने रहेंगे। वे सीएम ऑफिस के ओवरऑल इंचार्ज बने रहेंगे और जिन विभागों को किसी अन्य को आवंटित नहीं किया गया है, उनकी जिम्मेदारी भी उन्हीं के पास रहेगी।
राजेश खुल्लर से कौन से विभाग हटे?
राजेश खुल्लर से जेल, श्रम, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, पीडब्ल्यूडी और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की जिम्मेदारी वापस ली गई है। लेकिन वे अब भी मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार और वरिष्ठतम अधिकारी के तौर पर काम करते रहेंगे। खुल्लर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में भी सबसे प्रभावशाली अधिकारी माने जाते थे।
अरुण गुप्ता को मिले चार नए विभाग
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता की जिम्मेदारियों में भी बदलाव किया गया है। पहले उनके पास नौ विभाग थे, अब यह संख्या बढ़ाकर 11 कर दी गई है। उन्हें क्रिड, जेल, पीडब्ल्यूडी और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का प्रभार सौंपा गया है। हालांकि, हाउसिंग फॉर ऑल और युवा सशक्तीकरण विभाग उनसे वापस ले लिए गए हैं। अरुण गुप्ता अब भी मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन के प्रमुख अधिकारी बने रहेंगे।
साकेत कुमार को मिला हाउसिंग फॉर ऑल
अतिरिक्त प्रधान सचिव साकेत कुमार को अब हाउसिंग फॉर ऑल डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी भी दी गई है। पहले उनके पास आठ विभाग थे, जो अब बढ़कर नौ हो गए हैं। उनके पास कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और सीएम विंडो के तहत विभिन्न विभागों की परफॉर्मेंस की मॉनिटरिंग का काम भी रहेगा।
यश पाल यादव को मिले नए विभाग
उप प्रधान सचिव यश पाल यादव से हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट वापस ले लिया गया है। उन्हें अब श्रम और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा उनके पास आर्किटेक्चर, अभिलेखागार, हेरिटेज एंड टूरिज्म, प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी, स्कूल एजुकेशन और खेल विभाग की जिम्मेदारी है। वे सरस्वती हैरिटेज बोर्ड का काम भी देखेंगे।
डिपार्टमेंट ऑफ फ्यूचर की जिम्मेदारी राज नेहरू को
ओएसडी राज नेहरू को हाल ही में बनाए गए डिपार्टमेंट ऑफ फ्यूचर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा उन्हें हायर एजुकेशन और युवा सशक्तीकरण एवं एंटरप्रेन्योर विभाग का काम भी दिया गया है। यह विभाग भविष्य की योजनाओं और नीतियों पर फोकस करेगा।
अन्य अधिकारियों के काम में क्या बदलाव?
मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती को किसी विभाग की जिम्मेदारी नहीं मिली है। वहीं, एचसीएस विवेक कालिया को सीएम विंडो (वन) और जन संवाद कार्यक्रम से जुड़ी शिकायतों के समाधान का काम मिला है। एचसीएस सुधांशु गौतम को छह विभागों की जिम्मेदारी बरकरार रखी गई है। टाइप-5 सरकारी आवासों के आवंटन को छोड़कर बाकी सभी मकानों के आवंटन का काम सुधांशु गौतम के पास रहेगा।
सुधांशु को मुख्यमंत्री घोषणाएं, सीएम रिलीफ फंड, एचआरडीएफ, ऑनलाइन तबादले और वक्फ बोर्ड से जुड़े मामलों की जिम्मेदारी दी गई है। राकेश संधु को सीएम विंडो (द्वितीय) और ग्रिवांस रीड्रेसल (शिकायत निवारण) का काम सौंपा गया है।