ऑपरेशन सिंधु के तहत भारत सरकार ने ईरान से 290 भारतीयों को सुरक्षित निकाला। अब तक कुल 1,117 लोगों को वापस लाया जा चुका है। यात्रियों ने सरकार को संकट के समय मदद के लिए धन्यवाद दिया।
Operation Sindhu: ईरान में युद्ध जैसे हालातों के बीच फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने का काम तेजी से जारी है। शनिवार रात एक विशेष फ्लाइट 290 भारतीयों को लेकर नई दिल्ली पहुंची। यह ऑपरेशन सिंधु के तहत निकाले गए लोगों का पांचवां जत्था था। अब तक कुल 1,117 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा चुका है। विदेश मंत्रालय और भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की जा रही है।
युद्धग्रस्त ईरान से पांचवीं फ्लाइट, 290 भारतीय स्वदेश लौटे
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव और अमेरिका की सैन्य कार्रवाई के बाद ईरान में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इसी बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू किया है। शनिवार रात इस अभियान के तहत एक विशेष फ्लाइट तेहरान से उड़ान भरकर नई दिल्ली में सुरक्षित लैंड हुई। इस फ्लाइट में कुल 290 भारतीय नागरिक सवार थे। इस ऑपरेशन के तहत यह पांचवीं फ्लाइट थी और इसके साथ ही अब तक कुल 1,117 भारतीयों को ईरान से निकाला जा चुका है।
विदेश मंत्रालय की पुष्टि, एक्स पर दी जानकारी
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मिशन की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर दी। उन्होंने बताया कि 21 जून 2025 की रात 11:30 बजे ऑपरेशन सिंधु के तहत 290 भारतीय नागरिकों को लेकर विशेष फ्लाइट नई दिल्ली में लैंड हुई।
उनके अनुसार, "अब तक ऑपरेशन सिंधु के तहत कुल 1,117 भारतीयों को युद्ध प्रभावित ईरान से सुरक्षित वापस लाया जा चुका है। यह सरकार की प्राथमिकता है कि हर भारतीय की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।"
“वहां मिसाइलें गिर रही थीं, हम बहुत डरे हुए थे”
ईरान से वापस लौटे नागरिकों ने अपने अनुभव साझा किए हैं। एक यात्री ने बताया कि वे एक सप्ताह से ईरान में फंसे हुए थे और वहां हालात बहुत खराब थे। उन्होंने कहा, "हम बेहद डरे हुए थे। चारों तरफ मिसाइलें गिर रही थीं। लेकिन अब जब भारत लौट आया हूं, तो बहुत अच्छा लग रहा है।"
“मैं MBBS का छात्र हूं, सरकार का धन्यवाद करता हूं”
तेहरान से लौटे नवीद नामक छात्र, जो MBBS द्वितीय वर्ष का विद्यार्थी है और कश्मीर से ताल्लुक रखते हैं, ने कहा कि उन्होंने एक असहनीय सप्ताह गुजारा। नवीद ने कहा, "जब तक भारत नहीं लौटा था, तब तक हर दिन डर में कट रहा था। सरकार ने हमारी चिंता की, यही बड़ी बात है।" उन्होंने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों के लिए वह दिल से आभारी हैं। उनके मुताबिक, ऑपरेशन सिंधु उनके जैसे सैकड़ों छात्रों के लिए जीवनदायिनी साबित हुआ।
बिहार से छात्र ने कहा- "तेहरान में स्थिति बेहद खराब थी"
ईरान से लौटे एक अन्य भारतीय छात्र, जो बिहार के सिवान जिले से हैं, ने बताया कि वे पिछले दो वर्षों से ईरान में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "तेहरान में स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही थी। हालांकि अन्य शहरों में स्थिति थोड़ी सामान्य थी, लेकिन डर बना हुआ था।"