15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित करते हुए करोड़ों युवाओं को बड़ा तोहफा दिया। अपने भाषण में उन्होंने ‘पीएम विकसित भारत रोजगार योजना’ की शुरुआत का ऐलान किया, जो आज से ही लागू हो गई है।
Independence Day 2025: भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की। अपने Independence Day Speech 2025 में पीएम मोदी ने ‘पीएम विकसित भारत रोजगार योजना’ (PM Viksit Bharat Rozgar Yojana) की शुरुआत का ऐलान किया। यह योजना खासतौर पर पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं को आर्थिक प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
किन्हें मिलेगा ₹15,000 का लाभ?
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का भविष्य उसके युवाओं के हाथ में है और सरकार चाहती है कि हर युवा को रोजगार और आत्मनिर्भरता के अवसर मिलें। इस योजना का लक्ष्य युवाओं को नौकरी के शुरुआती चरण में वित्तीय सहारा प्रदान करना और कंपनियों को नए रोजगार सृजन के लिए प्रेरित करना है। योजना का लाभ उन युवाओं को मिलेगा जिन्होंने...
- 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 के बीच नई नौकरी ज्वाइन की हो
- उनकी सैलरी से हर महीने ईपीएफओ (EPFO) का योगदान कटता हो।
- इंटर्नशिप या अस्थायी कार्य करने वाले युवाओं को यह लाभ नहीं मिलेगा।
- अगस्त 2025 या उसके बाद से ईपीएफ कटना जरूरी है।
इस योजना के तहत योग्य युवाओं को कुल ₹15,000 दो किस्तों में दिए जाएंगे:
- पहली किस्त: नौकरी शुरू करने के 6 महीने बाद।
- दूसरी किस्त: नौकरी के 12 महीने पूरे होने पर।
कंपनियों को भी मिलेगा फायदा
यह योजना केवल युवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि कंपनियों को भी इसका लाभ मिलेगा, ताकि वे अधिक से अधिक रोजगार सृजन करें। जो कंपनियां ईपीएफओ के तहत रजिस्टर्ड हैं, उन्हें योजना का लाभ मिलेगा। यदि कंपनी में 50 से कम कर्मचारी हैं, तो कम से कम 2 नए कर्मचारी हायर करने होंगे। यदि कंपनी में 50 से अधिक कर्मचारी हैं, तो कम से कम 5 नए कर्मचारी नियुक्त करने होंगे।
कंपनियों को मिलने वाला वित्तीय लाभ
- प्रत्येक नए युवा कर्मचारी के लिए कंपनी को ₹3,000 तक का लाभ मिलेगा।
- यह राशि कर्मचारी की सैलरी पर निर्भर करेगी।
- भुगतान 6, 12, 18 और 24 महीनों के अंतराल पर किया जाएगा।
रोजगार और अर्थव्यवस्था पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना न केवल युवाओं के रोजगार को बढ़ावा देगी, बल्कि कंपनियों को भी अपनी टीम का विस्तार करने के लिए प्रेरित करेगी। इससे रोजगार बाजार में सकारात्मक माहौल बनेगा और आर्थिक विकास की गति तेज होगी। योजना का सीधा असर मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, सर्विस और स्टार्टअप सेक्टर पर पड़ सकता है, जहां नए कर्मचारियों की मांग लगातार बढ़ रही है।
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, भारत का युवा शक्ति देश के विकास का इंजन है। ‘पीएम विकसित भारत रोजगार योजना’ से हम युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगे और कंपनियों को रोजगार देने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह योजना देश के ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।