रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे की स्थायी समिति ने स्लीपर और थ्री-एसी (3AC) श्रेणियों में वरिष्ठ नागरिकों को किराए में छूट देने पर विचार करने की सिफारिश की है।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे से यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आ रही है। केंद्र सरकार वरिष्ठ नागरिकों को फिर से किराए में छूट देने पर गंभीरता से विचार कर रही है। खासकर स्लीपर और थर्ड एसी (3AC) श्रेणियों में यह राहत मिल सकती है। यह जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में दी।
उन्होंने बताया कि रेलवे की स्थायी समिति ने स्लीपर और 3AC वर्ग में वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत बहाल करने की सिफारिश की है, और सरकार इस पर विचार कर रही है। कोरोना महामारी के कारण मार्च 2020 से वरिष्ठ नागरिकों को दी जा रही यह छूट बंद कर दी गई थी।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट बहाली पर क्या बोले रेल मंत्री?
राज्यसभा में जब कुछ सांसदों ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायतों को पुनः शुरू करने की मांग की, तो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पष्ट किया कि रेलवे सभी वर्गों के लोगों को सस्ती सेवाएं प्रदान करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में रेलवे ने यात्री किरायों पर कुल 60,466 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है। इसका मतलब है कि एक औसत यात्री को रेलवे से यात्रा करते समय 45% तक की छूट मिल रही है, जो पहले से ही एक महत्वपूर्ण रियायत है।
सस्ती सेवा का उदाहरण भी दिया
रेल मंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा, “अगर किसी सेवा की लागत 100 रुपये है, तो यात्री को उस सेवा के लिए केवल 55 रुपये देने पड़ते हैं। बाकी खर्च रेलवे उठाता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह सामान्य सब्सिडी सभी यात्रियों के लिए समान रूप से लागू है। रेलवे मंत्री ने यह भी बताया कि वर्तमान में कुछ श्रेणियों को अतिरिक्त छूट दी जा रही है। इनमें दिव्यांगजन, गंभीर रोगियों और छात्रों की विभिन्न श्रेणियां शामिल हैं। इन वर्गों को टिकट बुकिंग पर अब भी विशेष छूट मिलती है।
इस बयान के माध्यम से यह संकेत मिला है कि रेलवे फिलहाल हर वर्ग के लिए समान सब्सिडी नीति अपनाने पर जोर दे रहा है, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से रियायतें देने की संभावनाएं खुली हैं।
महामारी के बाद बंद हुई थी छूट
- गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत से पहले तक रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को टिकटों पर विशेष छूट देता था।
- पुरुष यात्रियों को 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र होने पर सभी श्रेणियों में 40 प्रतिशत तक की छूट मिलती थी।
- महिला यात्रियों को 58 वर्ष की उम्र से छूट का लाभ मिलता था और उन्हें 50 प्रतिशत तक की छूट मिलती थी।
मार्च 2020 में जब महामारी के कारण ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं, तो इस छूट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। इसके बाद अब तक यह सुविधा बहाल नहीं की गई है। रेल मंत्री के हालिया बयान से यह स्पष्ट संकेत मिला है कि केंद्र सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट बहाल करने की दिशा में विचार कर रही है, विशेष रूप से स्लीपर और 3AC श्रेणियों में।
हालांकि, यह छूट कब से शुरू होगी, या इसके नियम क्या होंगे, इस पर अंतिम निर्णय अभी बाकी है। लेकिन राज्यसभा में दिए गए मंत्री के बयान से यह उम्मीद जरूर बंधी है कि निकट भविष्य में वरिष्ठ नागरिकों को फिर से राहत मिल सकती है।