Columbus

विधानसभा में सीएम योगी का तंज, सपा को बताया ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’, 2047 तक विकसित यूपी का खाका पेश

विधानसभा में सीएम योगी का तंज, सपा को बताया ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’, 2047 तक विकसित यूपी का खाका पेश

सीएम योगी ने विधानसभा में 2047 तक विकसित यूपी का विजन डॉक्यूमेंट पेश किया। सपा पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए उन्होंने ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ शब्द का इस्तेमाल किया।

UP Vidhanmandal Monsoon Session 2025: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के चौथे और अंतिम दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश–2047’ के विजन डॉक्यूमेंट पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को ध्येय बनाकर उनकी सरकार ने वर्ष 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने का संकल्प लिया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह विजन प्रदेश की आर्थिक प्रगति, सामाजिक न्याय, पर्यावरण संरक्षण, और बुनियादी ढांचे के विकास पर आधारित है। इस दौरान उन्होंने विस्तार से समझाया कि कैसे इन क्षेत्रों में संतुलित और योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाएगा।

सपा पर सीधा तंज – ‘परिवार तक सीमित सोच’

अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब प्रदेश और देश आगे बढ़ रहा है, विपक्ष केवल अपने परिवार तक सीमित रहना चाहता है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि विपक्षी दल उत्तर प्रदेश को ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ (PDA) का शिकार बनाना चाहते हैं।

सीएम योगी ने कहा कि पहले सरकारें केवल योजनाओं और घोषणाओं तक सीमित रहती थीं। शिलान्यास तो होता था, लेकिन उद्घाटन और लोकार्पण की नौबत कम ही आती थी। उनकी सरकार ने इस व्यवस्था को बदला है। अब योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण दोनों समय पर पूरे किए जा रहे हैं।

शायराना अंदाज में विपक्ष पर वार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में विपक्ष पर हमला बोलते हुए शायराना अंदाज भी अपनाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष की सोच केवल व्यक्तिगत और पारिवारिक हितों तक सिमटकर रह गई है, जबकि उनकी सरकार पूरे प्रदेश के विकास को प्राथमिकता दे रही है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष को चाहिए कि वे प्रदेश के हित में constructive politics करें, न कि सिर्फ परिवारवाद की राजनीति।

‘PDA’ पर योगी का व्यंग्य

सीएम योगी ने सपा के ‘PDA’ का जिक्र करते हुए व्यंग्य में कहा – “आपका PDA दरअसल परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है।” उन्होंने इस दौरान एक संस्कृत श्लोक का उल्लेख किया –

"यावज्जीवेत सुखं जीवेद ऋणं कृत्वा घृतं पिवेत, भस्मीभूतस्य देहस्य पुनरागमनं कुतः॥"

मुख्यमंत्री ने इसका अर्थ बताते हुए कहा कि यह चार्वाक ऋषि का भौतिकवादी दर्शन है, जिसका मतलब है – जब तक जीवन है, सुखपूर्वक जीना चाहिए। चाहे इसके लिए कर्ज लेकर घी क्यों न पीना पड़े। मरने के बाद शरीर राख हो जाता है, इसलिए पुनर्जन्म संभव नहीं।

योगी ने तंज कसते हुए कहा कि यही सोच विपक्षी दलों की राजनीति में भी दिखती है – जब तक सत्ता में हैं, परिवार और अपने करीबियों का विकास कर लो, प्रदेश की चिंता बाद में देखेंगे।

2047 विजन डॉक्यूमेंट में क्या है खास

मुख्यमंत्री योगी ने सदन में बताया कि ‘विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक ठोस योजना है। इसमें निम्न बिंदुओं पर विशेष जोर दिया गया है –

  • आर्थिक प्रगति – उद्योग, कृषि, और MSME सेक्टर का विस्तार।
  • सामाजिक न्याय – हर वर्ग के लिए समान अवसर और संसाधनों का वितरण।
  • पर्यावरण संरक्षण – हरित ऊर्जा, जल संरक्षण, और प्रदूषण नियंत्रण पर जोर।
  • बुनियादी ढांचा विकास – एक्सप्रेसवे, मेट्रो, हवाईअड्डे, और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट।
  • रोजगार के अवसर – युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट और स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा।

उन्होंने कहा कि यह विजन डॉक्यूमेंट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 मिशन के अनुरूप है।

Leave a comment