दिल्ली में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियों ने सभी को सकते में डाल दिया है। शुक्रवार और शनिवार को ईमेल के जरिए 16 नामी स्कूलों को धमकी भरे संदेश मिले। इन धमकियों के बाद बच्चों, अभिभावकों और स्कूल प्रशासन में दहशत फैल गई। पुलिस और अन्य एजेंसियां मामले की जांच में जुट गई हैं, लेकिन अब तक किसी भी संदिग्ध चीज़ की पुष्टि नहीं हुई हैं।
आरके पुरम डीपीएस में हड़कंप
शनिवार सुबह दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम को धमकी भरा ईमेल मिला। ईमेल में कहा गया कि स्कूल परिसर में बम रखा गया है। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने तत्काल पुलिस और फायर डिपार्टमेंट को सूचना दी। पुलिस की टीम और बम स्क्वॉड ने स्कूल की गहन तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
जाने-माने स्कूलों पर निशाना
पिछले दो दिनों में धमकी पाने वाले स्कूलों की लिस्ट में ईस्ट ऑफ कैलाश डीपीएस, मॉडर्न स्कूल, सलवान पब्लिक स्कूल और कैम्ब्रिज स्कूल जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। ईमेल में दावा किया गया कि स्कूल में कई विस्फोटक रखे गए हैं और इन्हें तुरंत हटाया नहीं गया तो बड़ा नुकसान हो सकता हैं।
पांच दिन में दूसरी बार धमकी
धमकी भरे ईमेल की यह घटना पांच दिनों में दूसरी बार सामने आई है। 9 दिसंबर को भी 44 स्कूलों को धमकी भरे संदेश मिले थे। उन ईमेल में 30,000 अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांगी गई थी।
अभिभावकों में बढ़ती चिंता
इन धमकियों के चलते स्कूलों ने बच्चों को सुरक्षित घर भेजने की व्यवस्था की। कई अभिभावक निजी वाहनों से अपने बच्चों को लेने पहुंचे। कैम्ब्रिज स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि जैसे ही उन्हें ईमेल मिला, उन्होंने बस चालकों को बच्चों को स्कूल न लाने का निर्देश दिया और अभिभावकों को भी तुरंत सूचित किया।
दिल्ली पुलिस और प्रशासन सतर्क
दिल्ली पुलिस ने इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) को जांच सौंपी है। पुलिस के अनुसार, इन धमकियों में एक गुप्त डार्क वेब ग्रुप का हाथ होने की आशंका है। धमकी देने वालों ने स्कूल बैग और अन्य चीज़ों की जांच को लेकर स्कूलों की लापरवाही का आरोप भी लगाया हैं।
अरविन्द केजरीवाल की प्रतिक्रिया
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। यदि ऐसा बार-बार होता रहा तो बच्चों की पढ़ाई और मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने संबंधित एजेंसियों से तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की।
धमकी में दिए गए संकेत
ईमेल में लिखा गया कि 13 और 14 दिसंबर को पैरेंट-टीचर मीटिंग (पीटीएम) के दौरान बम विस्फोट किए जा सकते हैं। धमकी देने वालों ने इसे "अच्छा मौका" करार दिया और अपनी मांगें पूरी न होने पर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
पिछली धमकियां एक पैटर्न की ओर इशारा?
· अगस्त 2024 दिल्ली-एनसीआर के 100 अस्पतालों और शॉपिंग मॉल को बम से उड़ाने की धमकी।
· मई 2024 150 से ज्यादा स्कूलों को इसी तरह की ईमेल धमकी मिली।
· दिसंबर 2024 अब तक 44 से अधिक स्कूलों को धमकी।
क्या है आगे की राह?
विशेषज्ञों का कहना है कि इन धमकियों को हल्के में नहीं लिया जा सकता। यह साइबर अपराधियों का काम हो सकता है जो दहशत फैलाना चाहते हैं। पुलिस ने स्कूल प्रबंधन को अतिरिक्त सतर्कता बरतने और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की सलाह दी हैं।
स्कूलों को धमकी भरे ईमेल ने सुरक्षा को लेकर नई बहस छेड़ दी है। जहां एक ओर जांच एजेंसियां इन मामलों को सुलझाने में जुटी हैं, वहीं बच्चों और अभिभावकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती बन गया हैं।