दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बिगड़ने लगी है, और राजधानी का एक्यूआई 200 से अधिक यानी ‘खराब’ श्रेणी में बना हुआ है। आज मंगलवार को एक्यूआई 207 दर्ज किया गया। सोमवार को कई इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर 300 से ऊपर यानी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए ग्रेप के पहले चरण की पाबंदियां लागू की गई हैं। इस बीच, दिल्ली में तापमान भी गिरने लगा है।
नई दिल्ली: लगातार बदलते मौसम के बीच, दिल्ली में अब सुबह और रात के समय ठंड का अहसास बढ़ने लगा है। एसी और कूलर भी बंद होने लगे हैं। आसमान साफ रहने के कारण न्यूनतम तापमान में भी कमी आई है। इसी क्रम में, मंगलवार को दिल्ली में इस सीजन की सबसे ठंडी सुबह रही। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में दिन के तापमान में भी गिरावट आएगी।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस
आज, यानी मंगलवार को, दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में सुबह से ही तेज और चमकदार सूरज निकल आया है। जैसे-जैसे दिन बढ़ेगा, धूप भी और तीखी होती जाएगी, हालांकि आंशिक रूप से बादल छाने की संभावनाएं भी बनी रहेंगी। आज का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम, 17.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो इस मौसम में सबसे कम है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
अगले तीन-चार दिन तक आसमान रहेगा साफ
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन-चार दिन तक आसमान साफ रहेगा, जिसके चलते न्यूनतम तापमान में गिरावट बनी रहेगी। धीरे-धीरे अधिकतम तापमान में भी कमी आने की संभावना है। हालांकि, दिल्ली की हवा फिलहाल खराब श्रेणी में बनी हुई है।
सुबह नौ बजे दिल्ली का एक्यूआई 207
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, मंगलवार सुबह नौ बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 207 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। अगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक में हल्की बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
प्रदूषण नियंत्रण में नाकाम रही आप सरकार: देवेंद्र यादव का आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर 10 वर्षों के शासन में प्रदूषण नियंत्रण में नाकाम रहने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भले ही पटाखों पर नियंत्रण दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए एक कारगर कदम है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए पंजाब में जलाई जा रही पराली को जिम्मेदार क्यों नहीं मानते, जबकि हरियाणा और एनसीआर क्षेत्रों को दिल्ली के प्रदूषण का दोषी ठहराते हैं?
यादव का आरोप: प्रदूषण नियंत्रण के वादे पूरे करने में नाकाम रही आप सरकार
देवेंद्र यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नगर निगम चुनाव से पहले और निगम की सत्ता में आने के बाद दिल्ली में प्रदूषण के सबसे बड़े कारण तीनों लैंडफिल खत्म करने का वादा किया था। मंत्री कैलाश गहलोत ने विधानसभा में यह भी कहा था कि दिसंबर 2023 तक ओखला लैंडफिल, मार्च 2024 तक भलस्वा लैंडफिल, और दिसंबर 2024 तक गाजीपुर लैंडफिल को खत्म कर देंगे, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
यादव ने बताया कि राजधानी में जल और वायु दोनों प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक है, जो लोगों के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डाल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में आड-इवन, रेड लाइट आन-गाड़ी आफ, स्मॉग टावर, और सड़कों पर पानी छिड़काव जैसे उपाय करने के बावजूद दिल्ली सरकार प्रदूषण नियंत्रण में नाकाम साबित हुई है।