इजरायल ने गाजा में हमास के चीफ याह्या सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की है। इजरायली सेना के अनुसार, सिनवार को एक विशेष ऑपरेशन के दौरान निशाना बनाया गया। सिनवार के मारे जाने की पहचान कैसे हुई, यह भी महत्वपूर्ण हैं।
बेरुत: इजरायल ने हमास चीफ याह्या सिनवार को मार गिराने की पुष्टि की है। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, सिनवार को दक्षिणी गाजा में गोलीबारी के दौरान मारा गया। इजरायली सैनिकों को शुरू में यह पता नहीं था कि उन्होंने अपने देश के नंबर वन दुश्मन को पकड़ लिया है। इजरायली खुफिया सेवाएं महीनों से सिनवार की तलाश कर रही थीं और धीरे-धीरे उस क्षेत्र को सीमित कर रही थीं जहां वह सक्रिय था। सिनवार पिछले साल इजरायल पर हमले का मुख्य साजिशकर्ता था, और उसकी हत्या को इजरायल के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक सफलता माना जा रहा हैं।
कैसे हुई सिनवार की पहचान?
याह्या सिनवार की पहचान को लेकर सवाल खड़े हुए थे। इस पर इजरायली सेना ने स्पष्ट किया कि उनकी पहचान दांतों के सैंपल, फिंगरप्रिंट और डीएनए परीक्षण के माध्यम से की गई। इजरायली पुलिस की फोरेंसिक यूनिट के कमांडर, असिस्टेंट कमिश्नर अलीजा रजील ने बताया कि सेना ने दांतों की तस्वीरें और शव के सैंपल भेजे थे। इसके बाद, पुलिस डेंटिस्ट और इजरायल के फोरेंसिक मेडिसिन इंस्टीट्यूट ने इन सैंपल्स की तुलना अपने डेटाबेस में मौजूद सिनवार के डेटा से की। जब डेटा मिलान हुआ, तब सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की गई।
याह्या सिनवार की मौत के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने उस शख्स से अपना हिसाब चुकता कर लिया है जिसने 'होलोकॉस्ट' (यहूदी नरसंहार) के बाद हमारे लोगों के इतिहास में सबसे भीषण नरसंहार को अंजाम दिया। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि "हमारा युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ हैं।"
कौन हैं 'खान यूनिस का कसाई'?
याह्या सिनवार का जन्म 1962 में खान यूनिस के गाजा शहर में एक शरणार्थी शिविर में हुआ था, और उनका पूरा नाम याह्या इब्राहिम सिनवार है। वे 1987 में स्थापित हमास के शुरुआती सदस्यों में से एक थे। 1989 में, मात्र 18 साल की उम्र में, उन पर दो इजरायली सैनिकों की हत्या का आरोप लगा, जिसके बाद उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सिनवार 2011 में कैदियों की अदला-बदली के दौरान रिहा हुए और तब से उनकी क्रूरता के लिए उन्हें कुख्याति मिली। उन्होंने 12 संदिग्ध सहयोगियों की हत्या की थी, जिसके बाद उन्हें खान यूनिस का "कसाई" कहा जाने लगा। 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक होने के नाते, इजरायल ने सिनवार को खत्म करने का संकल्प लिया था।
सिनवार ने वर्षों तक गाजा पट्टी में हमास के शीर्ष नेता के रूप में कार्य किया और उनकी सैन्य शाखा का गठन करते हुए वे इससे निकटता से जुड़े रहे। जुलाई में ईरान की राजधानी तेहरान में इजरायली हमले में इस्माइल हानिया की हत्या के बाद, सिनवार को हमास के समूह का शीर्ष नेता चुना गया। एक रिपोर्ट के अनुसार, याह्या सिनवार के करीबी भी उनसे खौफ खाते थे, क्योंकि उन्हें 'ना' सुनने की आदत नहीं थी। यदि कोई उनके आदेशों का पालन नहीं करता था या उनकी बातों को टालता था, तो वे उसे गंभीर सजा देते थे। 2015 में, उन पर हमास कमांडर महमूद इश्तिवी को टॉर्चर करने और हत्या का आरोप भी लगा।
सिनवार का अधिकांश समय हमास की सुरंगों में ही बीतता था, जहां से वे अपने लड़ाकों को कमांड देते थे। इस तरह, उनकी गतिविधियाँ और नेतृत्व हमास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण थे, और इजरायल की सेना ने उन्हें खत्म करने के लिए लगातार प्रयास किए।