प्रदोष व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। इस दिन शिव पूजा से दुखों का अंत होता है और जीवन में सुख-शांति व खुशहाली आती है।
Pradosh Vrat 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) रखा जाता है। इस दिन महादेव की पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यह व्रत जीवन के सभी दुखों को समाप्त करता है और सकारात्मक ऊर्जा (positive energy) का संचार करता है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि और शांति मिलती है।
महादेव की पूजा से मिलेगा जीवन में सुख और शांति
सनातन शास्त्रों में महादेव की महिमा का विशेष वर्णन किया गया है। वैदिक पंचांग की बात करें तो, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से जीवन में बाधाएं दूर होती हैं। इसके अलावा धन लाभ (financial prosperity) और सकारात्मकता के योग बनते हैं। रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं, और इस दिन को शुभ दिन (auspicious day) माना जाता है।
प्रदोष व्रत 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 9 मई 2025 को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट से होगी और यह तिथि 10 मई को शाम 5 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। इस दिन का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) शाम 7:01 बजे से लेकर 9:08 बजे तक है, जो महादेव की पूजा के लिए सर्वोत्तम समय है।
पंचांग विवरण:
सूर्योदय: सुबह 5:34 बजे
सूर्यास्त: शाम 7:01 बजे
चंद्रोदय: दोपहर 4:14 बजे
चन्द्रास्त: 10 मई को 3:57 बजे
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:10 से 4:52 बजे
गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:00 से 7:21 बजे
निशिता मुहूर्त: रात 11:56 से 12:38 बजे
अभिजीत मुहूर्त: रात 11:51 से 12:45 बजे
कर्ज से मुक्ति के लिए उपाय
कर्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए प्रदोष व्रत का दिन अत्यधिक खास और शुभ माना जाता है। इस दिन महादेव की पूजा करें और साथ ही ऋणमोचक मंगल स्त्रोत (Rinmochak Mangal Stotra) का पाठ करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय से कर्ज की समस्या का समाधान होता है।
प्रदोष व्रत में दान का महत्व
प्रदोष व्रत के दिन पूजा के बाद लाल कपड़ा (red cloth), गुड़ और अन्य सामग्रियों का दान करना अत्यधिक पुण्यकारी माना जाता है। इसके अलावा, इस दिन भगवान शिव से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करें। ऐसा माना जाता है कि इस दान से धन लाभ के योग बनते हैं।