रामपुर की MP-MLA कोर्ट में पूर्व सांसद एवं अभिनेत्री जया प्रदा सोमवार को पेश हुईं। अदालत ने अभिनेत्री जया प्रदा को फरार घोषित किया था। उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी किया गया था। सोमवार (4 मार्च) को अभिनेत्री कोर्ट में हाजिर हुई।
रामपुर: उत्तर प्रदेश के रामपुर न्यायालय में पेशी के लिए सोमवार (04 मार्च) को जया प्रदा पहुंची। चुनाव आचार संहिता उल्लंघन से जुड़े मामलों में 'फरार' घोषित जया प्रदा के रामपुरा कोर्ट में हाजिर होने को लेकर आदेश जारी किया गया था। उनके खिलाफ 9 बार गैर जमानती वारंट जारी किया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान BJP ने जया प्रदा को उम्मीदवार बनाया गया था। समाजवादी पार्टी की ओर से आजम खान उम्मीदवार थे। अभिनेत्री उनसे चुनावों में हार गई थी। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अभिनेत्री जया प्रदा पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगा था। इसके बाद गांव नूरपुर में सड़क का उद्घाटन किया था। इस मामले में उनके खिलाफ पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया गया था।
इन मामलों में विशेष MP-MLA अदालत ने काफी बार इनके खिलाफ समन जारी किया था लेकिन पूर्व सांसद अदालत में हाजिर नहीं हुई। इसके बाद 7 बार उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुए, फिर भी पुलिस टीम उन्हें अदालत में पेश नहीं कर पाई।
'फरार' घोषित कर गिरफ्तार करने का दिया आदेश
मिली जानकारी के अनुसार, 27 फरवरी को कोर्ट ने पूर्व सांसद और अभिनेत्री जया प्रदा को 'फरार' घोषित कर दिया था। साथ ही पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने और 6 मार्च को उनके सामने पेश करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, इसी क्रम में बीते दिन सोमवार (4 मार्च) को जया प्रदा अपने वकीलों के साथ रामपुर कोर्ट पहुंचीं और एमपी-एमएलए (MP-MLA) स्पेशल कोर्ट के मजिस्ट्रेट शोभित बंसल की अदालत में हाजिर हुईं।
सुनवाई से पहले लिया हिरासत में
रामपुर अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए पूर्व सांसद जया प्रदा को न्यायिक हिरासत में लेने के आदेश दिये, बताया गया कि उन्हें कुछ देर कठघरे में खड़े रहना पड़ा। तिवारी ने बताया कि पूर्व सांसद और फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा की अस्वस्थ रहने की याचिका को अदालत ने स्वीकार करते हुए उन्हें 20-20 हजार रुपये के दो जमानत राशि जमा करने पर सशर्त जमानत दे दी। इस दौरान जयाप्रदा ने अदालत को आश्वस्त दिया कि वह अब सुनवाई के लिए हर तारीख पर अदालत में हाजिर होंगी और हाजिरी माफी के लिए कोई आवेदन दायर नहीं किया जायेगा।
क्या था मामला ?
रामपुर से पूर्व सांसद जयप्रदा के खिलाफ वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़े दो मुकदमे दर्ज किये गये थे। इन मामलों में विशेष एमपी-एमएलए (MP-MLA) अदालत ने कई बार समन जारी किया, लेकिन पूर्व सांसद अदालत में पेश नहीं हुईं। उसके बाद अदालत से अलग-अलग तारीखों पर उनके खिलाफ 7 बार गैर जमानती वारंट (NBW) जारी किये गये। दरअसल, पुलिस उन्हें हाजिर नहीं कर सकी।