महंगी गाड़ियों को खरीदने का शौक तो हर किसी व्यक्ति को होता है लेकिन दुनिया में कुछ लोग गाड़ी का वीआईपी नंबर भी रखने के काफी शौकीन होते है. विभाग द्वारा इन नंबरों की ऑनलाइन नीलामी की जाती है, जिनकी कीमत गाड़ी की कीमत के बराबर होती हैं।
शिमला: हिमाचल प्रदेश में अपनी गाड़ी के लिए वीआईपी नंबर खरीदने के शौकीन (Hobbyist) लोग लाखों रुपये खर्च करते है. परिवहन विभाग ने दो अलग-अलग पंजीकरण कार्यालय से 0001 सीरीज के दो नंबरो (नंबर प्लेट) की ऑनलाइन नीलामी शुरू की थी. इन दोनो नंबरों की नीलामी 21 लाख 45 हजार रुपये में हुई है. इस नीलामी में नंबर ठियोग पंजीकरण कार्यालय और श्रीनयना देवी जी पंजीकरण कार्यालय से नीलाम किए गए थे।
मन पसंद नंबर लेने में परिवहन विभाग का बढ़ रहा राजकोष
Subkuz.com की जानकारी के अनुसार ठियोग पंजीकरण कार्यालय द्वारा एचपी 09 डी 0001 (HP 09 D 0001) नंबर को नीलाम किया गया था. इसकी आखरी बोली 12 लाख 46 हजार रुपए तक गई. यह नंबर अनिल कुमार पुत्र स्व. दीपराम ने खरीदा है और दूसरा नंबर श्री नयनादेवी जी विधानसभा क्षेत्र से एचपी 91-0001 (HP 91-0001) नंबर की हुई जिसे नौ लाख दस हजार रुपये में अमितपाल सिंह गरेवाल पुत्र रनजीत कुमार सिंह ने खरीदा हैं।
ऐसे करे नीलामी में बोली के लिए पंजीकरण
परिवहन विभाग ने बताया की बोली में भाग लेने के लिए पंजीकरण शुल्क दो हजार रुपये जमा कराना होगा। यह राशि नॉन रिफंडेबल (राशि वापस नहीं) होगी। प्रतिभागी को बोली से पहले न्यूनतम मूल्य की 30 फीसदी राशि करीबन 1 लाख 45 हजार रुपए जमा करवानी होगी। बताया कि बोली के दौरान जीतने वाले के अतिरिक्त अन्य लोगों को 5 दिनों के अंदर जमा राशि वापस कर दी जाएगी। पंजीकरण की प्रक्रिया 22 से 27 मार्च सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। रविवार को पंजीकरण कार्यालय में अवकाश होगा।
बताया कि वीवीआईपी नंबर की ऑनलाइन बोली से परिवहन विभाग को लाखों रुपये की कमाई हो रही है। परिवहन विभाग का जहां राजस्व बढ रहा हैं तो वहीं दूसरी ओर लोगों को उनका मनपसंद (चॉइस) नंबर मिल रहा है। अगर आप भी वीआईपी नंबर खरीदने के शौकीन हो तो विभाग की वेबसाइट पर नीलामी प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।