सभी किसान को पहचान के लिए फार्मर रजिस्ट्री करवानी पड़ेगी। इसके लिए किसान का आधार नंबर, खाता और मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना आवश्यक है। सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद 'किसान गोल्ड कार्ड' जारी किया जाएगा। बता दें जनपद में तीन लाख 63 हजार किसान कृषि विभाग में मौजूदा समय में पंजीकृत हैं जिसमें 72 हजार 553 महिला किसान भी शामिल हैं।
सुलतानपुर: देश के किसानो को विभिन्न योजना का लाभ लेने के लिए अब फार्मर रजिस्ट्री करवानी होगी। इसके लिए किसान का आधार नंबर, खाता और मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना आवश्यक है। इस प्रक्रिया के तहत किसानों को 'किसान गोल्ड कार्ड' जारी किया जाएगा, जिसमे किसानों के भूलेख डाटाबेस को एक साथ करके प्रत्येक समान का नाम और पिता के नाम वाले किसानों के बकेट(समूह) तैयार कि जाएंगे। इसके माध्यम से किसानों से जुड़े सभी विवरण आनलाइन होंगे। गाेल्डन कार्ड में किसान की सभी वांछित सूचनाएं अंकित रहेंगी।
सात जुलाई से होगी योजना की शुरुआत
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एक जुलाई फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। लेकिन सात जुलाई को इस योजना को औपचारिक रूप से लांच किया जाएगा। इसके पहले राजस्व, कृषि और बैंक सखियाें को उपलब्ध किए गए मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल पर वांछित जानकारियों को फीड करने के लिए पूर्ण रूप से अधिकारी द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।
फार्मर रजिस्ट्री के लिए बनी समिति
Subkuz.com ने जानकारी के आधार पर बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के क्रियान्वयन के लिए डीएम की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय जिला कमेटी का गठन कर दिया गया है। सीडीओ (चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर) उपाध्यक्ष व उपनिदेशक कृषि सचिव हैं। तहसील स्तर पर भी कमेटी बनाई गई है। जिला स्तर पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी और सभी नायब तहसीलदारों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण करके जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। यह सभी अधिकारी तहसील स्तर पर चयनित कार्मिकों को प्रशिक्षण देंगे। ताकि ग्रामीण स्तर पर किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व एस.कुमार सुधाकरन ने कहां कि देश में प्रतिदिन 18 से 19 हजार किसानो की फार्मर रजिस्ट्री करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहां हैं कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए गांव- गांव में शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आने वाले किसानों का पंजीयन कराया जाएगा। बता दें शिविर की सूचना के लिए जिला स्तर पर एक कैलेंडर जारी किया जाएगा।
किसानों के लिए लाभकारी होगा ये कार्ड
जिला कृषि अधिकारी सदानंद कुमार चौधरी ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री करवाने से 'पीएम किसान योजना' का लाभ आसानी से मिल जाएगा। किसानों को ऋण, आपदा के दौरान क्षतिपूर्ति के लिए किसानों की पहचान इस योजना के माध्यम से आसानी से हो सकेगी। इसके अलावा योजना का लाभ पाने के लिए किसानो को बार-बार सत्यापन करवाने के लिए इधर-उधर दौड़ना नहीं पड़ेगा। किसानों को फसली ऋण, फसली बीमा, आपदा राहत, परामर्श आदि सुविधाएं पाने में इस कार्ड से आसानी होगी। 'किसान सम्मान निधि' की 19वीं किस्त फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूर्ण करने वाले किसानों को ही मिलेगी।