राज्यसभा में कांग्रेस की सीट पर नोटों की गड्डी मिलने से संसद में जमकर हंगामा मच गया है। इस घटनाक्रम के बाद भाजपा सांसदों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। उनका आरोप है कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।
नई दिल्ली: राज्यसभा में कांग्रेस की सीट पर नोटों की गड्डी मिलने के बाद संसद में एक बार फिर हंगामा मच गया। यह घटना राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील बन गई है, और भाजपा सांसदों ने इस पर तुरंत जांच की मांग की है। भाजपा का आरोप है कि यह एक गंभीर भ्रष्टाचार का मामला हो सकता है, और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।
राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि इसकी पूरी तरह से जांच की जाएगी। उन्होंने सदन में स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और यह सुनिश्चित किया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
किस सांसद की सीट पर मिली नोट की गड्डियां?
राज्यसभा में एक गंभीर घटना सामने आई है, जब सदन की कार्यवाही के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने तेलंगाना से निर्वाचित कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट (संख्या 222) से नोटों की गड्डी बरामद की। इस घटना के बाद सदन में हंगामा मच गया, और भाजपा सांसदों ने मामले की गहरी जांच की मांग की।राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में लाया गया था और उन्होंने इस पर त्वरित कार्रवाई की, जांच जारी हैं।
उन्होंने सदन को सूचित किया कि यह नोटों की गड्डी नियमित जांच के दौरान बरामद हुई थी और अब इसकी जांच की जा रही है। वहीं, अभिषेक मनु सिंघवी ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वह 12:57 बजे सदन में गए थे और 1 बजे वापस आ गए थे, और उनके पास केवल 500 रुपये के नोट थे। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग की और कहा कि यह मामला पूरी तरह से स्पष्ट होना चाहिए।
इस मामले पर रिजिजू ने कहा
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह पूरी प्रक्रिया नियमित प्रोटोकॉल के तहत की गई थी। उन्होंने बताया कि सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद, एंटी-सैबोटेज टीम ने सभी सीटों की जांच की, और इस दौरान नोटों की गड्डी बरामद की गई। रिजिजू ने कहा कि नोट मिलने के बाद सीट नंबरों को डिकोड किया गया और संबंधित सदस्य के हस्ताक्षर भी दर्ज किए गए थे।
मंत्री ने यह भी कहा कि अध्यक्ष ने सही तरीके से सीट नंबर और उस पर बैठे सदस्य का नाम बताया है, और इसमें कुछ गलत नहीं है। रिजिजू ने सवाल उठाया कि इस पर आपत्ति क्यों होनी चाहिए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कोई सदस्य सदन में नोटों का बंडल लेकर नहीं आता, और ऐसे मामलों की गंभीर जांच होनी चाहिए, जैसा कि अध्यक्ष ने भी कहा था।