सोनप्रयाग-मुनकटिया (रुद्रप्रयाग) के बीच केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक भयानक भूस्खलन की घटना हुई है। इस हादसे में अब तक एक यात्री के मौत की पुष्टि हुई है। मलबे के नीचे कई अन्य लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण इसे पूरा करने में मुश्किलें आ रही हैं।
केदारनाथ: उत्तराखंड में केदारनाथ हाईवे पर सोनप्रयाग-मुनकटिया (रुद्रप्रयाग) के बीच भूस्खलन की गंभीर घटना सामने आई है। इस हादसे में अब तक 1 यात्री की मौत हो चुकी है और 2 लोग घायल हुए हैं। मलबे के नीचे अभी भी कई अन्य यात्रियों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते राहत और बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा हैं।
स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें घटनास्थल पर तैनात हैं और मलबे में फंसे लोगों को निकालने का कार्य कर रही हैं। बारिश और कठिन भू-स्थितियों के कारण बचाव कार्य में चुनौतियां आ रही हैं, लेकिन टीमें पूरी कोशिश में जुटी हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी SDRF और NDRF की टीम
भूस्खलन की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेक्टर मजिस्ट्रेट सोनप्रयाग की टीमें तुरंत राहत और बचाव कार्य के लिए रवाना हो गईं। घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू टीम ने तेजी से ऑपरेशन शुरू किया। अब तक मलबे से 1 मृतक और 2 घायलों को बाहर निकाला गया है। घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए एम्बुलेंस के माध्यम से सोनप्रयाग भेजा गया है। टीमों की प्राथमिकता मलबे में फंसे अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना है, और ऑपरेशन पूरी तेजी के साथ जारी हैं।
उत्तराखंड के केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के पास हुए भूस्खलन के बाद जवानों की टीम द्वारा तेजी से बचाव अभियान चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इस दौरान घटनास्थल से सामने आया वीडियो भूस्खलन की भयावहता को दर्शाता है, जिसमें भारी मात्रा में मलबा गिरता हुआ नजर आ रहा है। प्रशासन और जवानों की टीमें सतर्कता से कार्यरत हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
सीएम धामी ने भूस्खलन की घटना पर जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोनप्रयाग-मुनकटिया के बीच हुई भूस्खलन की घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस दुखद दुर्घटना में कुछ यात्रियों के दबे होने की सूचना अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वे स्वयं संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बाबा केदारनाथ से सभी यात्रियों की सुरक्षा की कामना की और कहा कि उनकी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। सरकार की ओर से हर संभव मदद दी जा रही है और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी ताकत से जारी हैं।