दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 69 लाख रुपये की बड़ी ऑनलाइन ठगी का खुलासा किया और अहमदाबाद से एक आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से 43 लाख नकद, एक कार और महंगे मोबाइल बरामद हुए। गिरोह देशभर के कारोबारियों को फर्जी निवेश का झांसा देकर ठगता था। पुलिस अब बाकी आरोपियों की तलाश में है।
Cyber Fraud: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 69 लाख रुपये की साइबर ठगी का पर्दाफाश किया और अहमदाबाद से आरोपी को गिरफ्तार किया। यह ठगी दरियागंज स्थित एक कंपनी के COO की शिकायत पर सामने आई, जिसमें बताया गया कि जनवरी 2025 में महाराष्ट्र के कुछ लोग फर्जी CSR फंड निवेश का झांसा देकर दस्तावेज और चेक ले गए। आरोपी ने ऑनलाइन मीटिंग के जरिए भरोसा दिलाकर 25 फरवरी को 69 लाख रुपये कैश में हड़पे और नकली RTGS स्क्रीनशॉट भेजा। पुलिस अब पूरे गिरोह को पकड़ने के लिए सक्रिय है।
दिल्ली पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 69 लाख रुपये की बड़ी साइबर ठगी का खुलासा करते हुए अहमदाबाद से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 43 लाख रुपये नकद, एक कार और महंगे मोबाइल बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह देशभर के कारोबारियों को फर्जी निवेश का झांसा देकर करोड़ों रुपये ठगता था।
शिकायत 8 जुलाई 2025 को दर्ज हुई थी, जिसमें दरियागंज स्थित कंपनी के COO ने बताया कि जनवरी में महाराष्ट्र के कुछ लोग उनसे जुड़कर CSR फंड में निवेश का झांसा देते हुए दस्तावेज और चेक मांगे। 25 फरवरी को आरोपी ने 69 लाख रुपये कैश में ले लिए और नकली RTGS स्क्रीनशॉट भेजकर फरार हो गया।
ऑनलाइन मीटिंग और ठगी का तरीका
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी और उसका गिरोह ऑनलाइन मीटिंग के जरिए कारोबारियों को भरोसा दिलाते थे। आरोपी ने कबूल किया कि वह मास्टरमाइंड मनीष बदानी के लिए काम करता था। गिरोह अलग-अलग शहरों में अस्थायी ऑफिस खोलकर निवेश का झांसा देता और फिर फरार हो जाता।
इस तरीके से ही मुंबई में एक डॉक्टर से 3 करोड़ रुपये की ठगी हुई। पुलिस के मुताबिक, फर्जी दस्तावेज और नकली स्क्रीनशॉट दिखाकर कारोबारियों को विश्वास में लिया जाता था।
साइबर सेल की जांच और अगला कदम
शिकायत मिलने के बाद दिल्ली साइबर पुलिस ने FIR दर्ज की और विशेष टीम गठित की। 15 दिन की जांच और अहमदाबाद-मुंबई में छापेमारी के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब बाकी फरार आरोपियों की तलाश में है और पूरे नेटवर्क को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
साइबर सेल ने निवेश में सावधानी बरतने की चेतावनी दी है। लोगों को किसी भी लेन-देन में दस्तावेज़ की पुष्टि करने और केवल विश्वसनीय चैनलों के माध्यम से निवेश करने की सलाह दी गई है।