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क्रिकेट से राजनीति तक… कौन हैं मोहसिन नकवी जो ट्रॉफी लेकर हो गए गायब?

क्रिकेट से राजनीति तक… कौन हैं मोहसिन नकवी जो ट्रॉफी लेकर हो गए गायब?

एशिया कप 2025 फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया, लेकिन ट्रॉफी विवाद खड़ा हो गया। पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी लेने की कोशिश की, जिसे टीम इंडिया और BCCI ने साफ मना कर दिया।

Pakistan: एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला भारतीय क्रिकेट टीम और पाकिस्तान टीम के बीच खेला गया। मैदान पर भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी और 9वीं बार एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। हालांकि जीत के बाद भी भारत को ट्रॉफी नहीं मिली, क्योंकि पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहस‍िन नकवी ने ट्रॉफी लेकर मैदान से चले जाने का विवाद खड़ा कर दिया। इस घटना ने दुनियाभर में चर्चा का विषय बना दिया है और क्रिकेट फैंस में नाराजगी पैदा कर दी है। भारतीय टीम ने नकवी से ट्रॉफी लेने से साफ मना कर दिया, जिसके बाद नकवी मंच से वापस चले गए।

मोहस‍िन नकवी कौन हैं?

मोहस‍िन नकवी पाकिस्तान के गृहमंत्री हैं और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के मौजूदा चेयरमैन भी हैं। उन्हें शुरू से ही भारत विरोधी रुख के लिए जाना जाता है। कई मौकों पर नकवी ने भारत के खिलाफ विवादित बयान दिए हैं। नकवी जनवरी 2023 से फरवरी 2024 तक पंजाब प्रांत के केयरटेकर मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उनका राजनीतिक करियर और क्रिकेट प्रशासन में पद दोनों ही विवादों में रहे हैं।

राजनीतिक और सैन्य रिश्ते

मोहस‍िन नकवी को पीपीपी नेता आसिफ अली जरदारी और पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर का करीबी माना जाता है। जरदारी और आसिम मुनीर पहले से ही भारत विरोधी रुख के लिए जाने जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नकवी का ट्रॉफी लेकर मैदान से लौटना इन नेताओं को खुश करने और पाकिस्तान में अपने प्रभाव को मजबूत करने के लिए किया गया कदम हो सकता है।

एशिया कप ट्रॉफी वितरण में विवाद

एशिया कप फाइनल जीतने के बाद पुरस्कार वितरण समारोह देर से शुरू हुआ। भारतीय टीम ने नकवी से ट्रॉफी लेने से मना किया, लेकिन नकवी मंच पर कुछ समय तक डटे रहे। टीम इंडिया और अधिकारियों के स्पष्ट विरोध के बावजूद नकवी ने ट्रॉफी लेकर चले जाने की कोशिश की। इस घटना ने मैदान और सोशल मीडिया दोनों जगह हंगामा खड़ा कर दिया। क्रिकेट फैंस ने नकवी के इस कदम की आलोचना की और भारतीय टीम के लिए समर्थन व्यक्त किया।

BCCI की प्रतिक्रिया

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने भी इस विवाद पर बयान जारी किया। बोर्ड ने कहा कि ट्रॉफी का सही तरीके से भारतीय टीम को सौंपा जाना चाहिए और किसी भी राजनीतिक हस्तक्षेप की अनुमति नहीं दी जाएगी। टीम के खिलाड़ियों ने भी मैच के बाद कहा कि जीत तो हमारी है लेकिन ट्रॉफी तक हमारे हाथ नहीं लगी, जिससे यह विवाद और बढ़ गया है।

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