फिलीपींस में आए 6.9 तीव्रता के भूकंप से 72 लोगों की मौत और 200 से अधिक घायल हुए। सेबू प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। बचाव दल मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए राहत अभियान चला रहे हैं।
Philippines Earthquak: फिलीपींस में आए शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 6.9 मापी गई। प्रशासन और राहत एजेंसियां लगातार बचाव अभियान चला रही हैं, हालांकि हालात बेहद कठिन बने हुए हैं।
सेबू प्रांत में सबसे ज्यादा असर
यह भूकंप मंगलवार की रात लगभग 10 बजे आया था। इसका केंद्र सेबू प्रांत के बोगो शहर से लगभग 19 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में और 5 किलोमीटर की गहराई में था। बोगो एक तटीय शहर है जिसकी आबादी करीब 90,000 है। भूकंप के झटकों से शहर और आसपास के गांवों में कई मकान, नाइट क्लब और व्यापारिक इमारतें ढह गईं। मलबे में अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है।
मृतकों की संख्या बढ़ने का खतरा
अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। बारिश और क्षतिग्रस्त सड़कों व पुलों के कारण राहत व बचाव कार्य में बाधा आ रही है। बचाव दल खुदाई करने वाली मशीनों और खोजी कुत्तों की मदद से मलबे में दबे लोगों को खोजने की कोशिश कर रहे हैं। कई लोगों को पहाड़ी गांवों से सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है।
सुनामी चेतावनी भी हुई जारी
भूकंप के तुरंत बाद ‘फिलीपींस इंस्टीट्यूट ऑफ वोल्केनोलॉजी एंड सीस्मोलॉजी’ ने सुनामी की चेतावनी जारी की थी। लोगों को तटीय इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई। हालांकि कुछ ही घंटों बाद यह चेतावनी हटा ली गई, लेकिन दहशत का माहौल बना रहा। हजारों लोगों ने सुरक्षा को देखते हुए अपने घरों में लौटने से इनकार कर दिया और रात भर बारिश के बीच खुले आसमान के नीचे ही गुजारी।
स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद
भूकंप प्रभावित इलाकों में सुरक्षा को देखते हुए सभी स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद कर दिए गए हैं। इमारतों की मजबूती की जांच की जा रही है ताकि किसी और खतरे से बचा जा सके। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के बाद से अब तक 600 से अधिक आफ्टरशॉक्स दर्ज किए जा चुके हैं।
तूफान की तबाही से पहले ही जूझ रहा था फिलीपींस
फिलीपींस के लिए यह संकट और भी कठिन इसलिए है क्योंकि अभी कुछ दिन पहले आए उष्णकटिबंधीय तूफान ने मध्य क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी। उस आपदा में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे में लगातार प्राकृतिक आपदाओं ने लोगों के लिए हालात और ज्यादा चुनौतीपूर्ण बना दिए हैं।