अमेरिका ने कोलंबिया राष्ट्रपति गुस्तावो पेत्रो का वीज़ा रद्द कर दिया। पेत्रो ने न्यूयॉर्क में अमेरिकी सैनिकों से ट्रंप के आदेशों की अवज्ञा करने की अपील की थी। विदेश विभाग ने इसे भड़काऊ कृत्यों का परिणाम बताया।
World Update: अमेरिका और कोलंबिया के बीच संबंधों में नया तनाव पैदा हो गया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने घोषणा की कि वह कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेत्रो का वीज़ा रद्द कर रहा है। यह कदम न्यूयॉर्क में आयोजित एक प्रदर्शन के बाद उठाया गया, जिसमें पेत्रो ने अमेरिकी सैनिकों से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेशों की अवज्ञा करने की अपील की थी। अमेरिकी विदेश विभाग ने सोशल मीडिया पर कहा कि पेत्रो के "लापरवाह और भड़काऊ कृत्यों" के कारण उनका वीज़ा रद्द किया गया है।
पेत्रो का संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग
गुस्तावो पेत्रो संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक अधिवेशन में भाग लेने के लिए अमेरिका आए थे। इस दौरान उन्होंने गाज़ा युद्ध के खिलाफ आयोजित एक प्रदर्शन में भाग लिया। प्रदर्शन के दौरान पेत्रो ने अमेरिकी सैनिकों से अपील की, “अपनी बंदूकें मानवता पर न ताने और राष्ट्रपति के आदेशों की अवज्ञा करें।” उनके इस बयान ने अमेरिका और कोलंबिया के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ा दिया।
वीज़ा रद्द होने का असर
अमेरिकी विदेश विभाग ने स्पष्ट नहीं किया कि वीज़ा रद्द होने के कारण पेत्रो को अमेरिका से समय से पहले लौटना पड़ा या नहीं। विभाग ने यह भी नहीं बताया कि भविष्य में उनके अमेरिका आने की योजनाओं पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं। हालांकि विदेश विभाग ने सोशल मीडिया पर वीज़ा रद्द करने के फैसले की वजह स्पष्ट करते हुए कहा कि यह कदम पेत्रो के “भड़काऊ और लापरवाह कृत्यों” के कारण लिया गया है।
ट्रंप का ओरेगॉन में सेना भेजने का आदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओरेगॉन के पोर्टलैंड शहर में सेना भेजने की घोषणा की है। इसका मकसद ‘घरेलू आतंकवादियों’ और रैडिकल लेफ्ट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करना है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह रक्षा विभाग को निर्देश दे रहे हैं कि आवश्यकतानुसार सैनिक उपलब्ध कराए जाएं ताकि युद्धग्रस्त पोर्टलैंड की रक्षा की जा सके।