गर्मियों में तेज़ धूप और लू से बचने के लिए शरीर को अंदर से ठंडा रखना बेहद ज़रूरी है। ऐसे में पारंपरिक पेय सत्तू शरबत सबसे बेहतरीन विकल्पों में से एक है। यह न केवल शरीर को ताजगी और ठंडक प्रदान करता है बल्कि ऊर्जा भी बनाए रखता है। आयुर्वेद में सत्तू को अत्यधिक पौष्टिक और पाचन के लिए फायदेमंद माना गया है। आइए जानते हैं इसे बनाने की आसान रेसिपी और इसके सेहत से जुड़े लाभ।
सत्तू शरबत बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:
- सत्तू (चना या जौ का आटा) – 4 टेबलस्पून
- ठंडा पानी – 1 गिलास
- नींबू का रस – 1 टेबलस्पून
- काला नमक – स्वादानुसार
- भुना हुआ जीरा पाउडर – ½ टीस्पून
- पुदीने की पत्तियां – 5-6 (बारीक कटी हुई)
- गुड़ या शहद – स्वादानुसार (मीठा शरबत बनाने के लिए)
- बर्फ के टुकड़े – आवश्यकतानुसार
सत्तू शरबत बनाने की विधि:
- एक बड़े गिलास में ठंडा पानी लें और उसमें सत्तू पाउडर डालें।
- इसे अच्छे से घोलें ताकि कोई गुठली न रहे।
- अब इसमें नींबू का रस, काला नमक, भुना हुआ जीरा पाउडर और पुदीने की पत्तियां डालें।
- अगर आपको मीठा शरबत पसंद है, तो इसमें गुड़ या शहद मिलाएं और अच्छे से हिलाएं।
- ऊपर से बर्फ के टुकड़े डालें और तुरंत परोसें।
सत्तू शरबत के फायदे:
- शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखता है और हीट स्ट्रोक से बचाता है।
- यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।
- दिनभर की थकान को दूर कर एनर्जी बूस्ट करता है।
- वजन घटाने में सहायक और पेट को लंबे समय तक भरा रखता है।
- हाइड्रेशन बनाए रखता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है।
गर्मियों में ठंडे और प्राकृतिक पेय सेहत के लिए सबसे अच्छे होते हैं। सत्तू शरबत न केवल लू से बचाने में मदद करता है बल्कि पोषण भी प्रदान करता है। इसे अपनी डेली डाइट में शामिल करें और गर्मी को मात दें! अगली बार कुछ हेल्दी और टेस्टी पीने का मन हो, तो सत्तू शरबत ज़रूर ट्राई करें!