Lok Sabha Election 2024: यूपी की इस लोकसभा सीट पर सपा-भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला, हाथी की चाल पर लगा ब्रेक, पढ़ें पूरी जानकारी

Lok Sabha Election 2024: यूपी की इस लोकसभा सीट पर सपा-भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला, हाथी की चाल पर लगा ब्रेक, पढ़ें पूरी जानकारी
Last Updated: 03 जून 2024

चंदौली लोकसभा सीट पर पिछले दो बार के चुनाव में भाजपा ने अपना कब्जा बनाया हुआ हैं, लेकिन इस बार के चुनाव में मुकाबला कांटे का हुआ है। बताया गया है कि अधिकांश क्षेत्रों में सपा भाजपा के साथ सीधी लड़ाई लड़ रही हैं।

वाराणसी: भारतीय जनता पार्टी ने पिछले दो बार के लोकसभा चुनाव में चंदौली सीट जीत हासिल की है, लेकिन इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिला है। बताया कि अधिकांश क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को सीधी टक्कर दे रही है। बहुजन समाज पार्टी भी चुनाव मैदान में है, लेकिन शनिवार को आखरी चरण के मतदान के दौरान हाथी की चाल बहुत धीमी रही। मुस्लिम व यादव मतदाता सपा के पक्ष और मौर्या व कुशवाहा समाज के वोट भाजपा के के पक्ष में रहे हैं। इस सीट को लेकर शिवपुर और अजगरा विधानसभा क्षेत्रों में लोकतंत्र के उत्सव का उत्साह देखने को मिला।

जीत की तिकड़ी लगाने की तैयारी में उम्मीदवार

अधिकारी ने बताया कि Subkuz.com को बताया कि शनिवार को आखरी चरण के चुनाव में मौसम के तल्ख तेवर को देखते हुए कई क्षेत्रों में सुबह जल्दी ही मतदाता वोट डालने के लिए पहुंच गए थे। महिलाओं ने भी बढ़चढ़कर हिस्सेदारी ली। भारतीय जनता पार्टी की ओर से उम्मीदवार के रूप में दो बार से सांसद व केंद्रीय उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय इस बार भी तिकड़ी लगाने के इरादे से चुनाव मैदान में उतरे हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी के वीरेंद्र कुमार सिंह उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं. बसपा प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य कमजोर नजर आए।

चुनावी मुकाबले पर केंद्र के बाहर मौजूद प्यारे लाल और भगवान दास विश्वकर्मा ने बताया कि यहां जातीय समीकरण का असर देखने को मिलेगा। मुस्लिम, यादव और मौर्य मतदाता ने इस बार सपा का समर्थन किया है। ध्रुव प्रताप गौतम और सर्वेश कुमार मिश्रा कहां कि पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह के इस गांव में मुकाबला भाजपा और सपा के बीच ही हैं।

मतदाताओं ने चुनाव की दी जानकारी

जानकारी के मुताबिक मुस्लिम बाहुल्य सीट पर मोहम्मद आजम और इसराइल खान ने मीडिया को बताया कि इस बार के मुकाबले में बसपा कई सीटों पर फिसड्डी साबित हुई है। कमल और साइकिल के बटन का दबदबा रहा है। भाजपा का पलड़ा भारी नजर आ रहा है, लेकिन मौर्य और कुशवाहा जाती के वोटर्स साइकिल के साथ नजर आ रहे हैं।

गांव के मुन्ना लाल, मोहन प्रसाद मौर्य व गोपाल दास प्रजापति ने कहां कि लड़ाई समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही हैं. दोनों एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस बार मौर्य बिरादरी के वोट साइकिल और हाथी की तरफ गिरे है, जबकि ठाकुर और ब्राह्मण वोटों में सपा ने सेंधमारी की है। कमौली चौराहे पर लोगों ने इस बार त्रिकोणीय मुकाबला बताया।

वोट को लेकर कई जगह मौन दिखे मतदाता

Subkuz.com ने बताया कि जाल्हूपुर, सोनबरसा और गौराकला के कई केंद्रों पर ऐसे मतदाता से भी मुलाकात हुई जो वोट तो डालकर आ गए, लेकिन किस पार्टी को वोट डाला, किन मुद्दों पर ध्यान देकर डाला, किसकी जीत होगी और किसी हार, इन सभी सवालों का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वह खुद का नाम बताने से भी डर रहे थे. उन्होंने कहां कि यह हमारा निजी मामला है। मिडिया ने बताया की उनकी यह चुप्पी परिणाम पर भी असर डाल सकती है। टेकारी गांव में मौजूद लोग उम्मीदवार के व्यवहार को देखकर वोट देने की बात कह रहे थे।

 

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