रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश में देश की पहली ग्रीनफील्ड रेल कोच निर्माण इकाई की आधारशिला रखी। जनसभा में ट्रंप पर इशारा करते हुए कहा कि भारत का विकास रुकना नामुमकिन है।
Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश के रायसेन में देश की पहली ग्रीनफील्ड रेल कोच निर्माण इकाई की आधारशिला रखी। इस मौके पर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर इशारों में निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग खुद को दुनिया का बॉस समझते हैं और भारत के विकास को सहन नहीं कर पा रहे हैं।
ग्रीनफील्ड रेल कोच निर्माण केंद्र की शुरुआत
मध्य प्रदेश के रायसेन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश की पहली ग्रीनफील्ड रेल कोच निर्माण इकाई की आधारशिला रखी। यह केंद्र रेलवे और मेट्रो के लिए कोच बनाने का काम करेगा। इस नई इकाई की स्थापना से रेलवे क्षेत्र में स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
जनसभा में ट्रंप पर गंभीर इशारे
रायसेन के दशहरा मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने स्पष्ट इशारों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग खुद को दुनिया का बॉस समझते हैं और भारत के विकास को रोकना चाहते हैं। राजनाथ सिंह ने बताया कि कुछ देश चाहते हैं कि भारत में बनी वस्तुएं महंगी हों ताकि वैश्विक बाजार में भारत की चीजें प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकें।
उन्होंने कहा कि भारत तेजी से विकास कर रहा है और अब दुनिया की कोई ताकत इसे रोक नहीं सकती। उनका कहना था कि भारत ने अपनी ताकत को साबित कर दिया है और यह विश्व में एक महत्वपूर्ण शक्ति बन रहा है।
भारतीय विकास और वैश्विक दबाव
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की विकास दर दुनिया के लिए चुनौती बन गई है। कुछ देशों को भारत की तेजी पसंद नहीं आ रही है। वे अपने हितों की रक्षा के लिए भारत को पीछे हटाने की कोशिश कर रहे हैं। खासकर व्यापार और आर्थिक क्षेत्रों में भारत को कमजोर करने के लिए कई तरह की रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।
रक्षा क्षेत्र में भारत का बढ़ता निर्यात
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत अब 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक की रक्षा सामग्री का निर्यात कर रहा है। यह देश की ताकत और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। भारत की रक्षा उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और विश्व स्तर पर इसकी मांग बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि भारत न केवल अपनी सुरक्षा का ख्याल रख रहा है बल्कि दूसरे देशों को भी रक्षा उपकरण प्रदान कर विश्व में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। यह 'नया भारत' की तस्वीर है, जो आत्मनिर्भर और मजबूत है।