बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव के दो वोटर कार्ड रखने के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने मतदाता सूची से नाम हटाने के आवेदन के दस्तावेज पेश किए और आरोपों को राजनीतिक हमला बताया।
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में मतदाता सूची संशोधन को लेकर चल रहा विवाद नए मोड़ पर पहुंच गया है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार सिन्हा पर दो मतदाता पहचान पत्र (EPIC) रखने का गंभीर आरोप लगाया था। इस आरोप के जवाब में विजय सिन्हा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुद को क्लीन चिट दी और तेजस्वी यादव पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया।
मतदाता सूची विवाद का नया अध्याय
पटना में हुए इस विवाद ने बिहार की राजनीतिक सियासत में फिर से गर्माहट ला दी है। राजद के तेजस्वी यादव ने कहा था कि विजय सिन्हा के पास दो वोटर कार्ड हैं, जो कानूनी रूप से गलत है और चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का संकेत देता है। तेजस्वी के इस आरोप के बाद भाजपा ने कड़ा पलटवार किया है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने साफ किया है कि उनके पास दो वोटर कार्ड नहीं हैं और उन्होंने पूरी प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से पूरी की है।
विजय सिन्हा ने पेश किए दस्तावेज
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विजय सिन्हा ने मतदाता सूची से अपने नाम हटाने के लिए दिए गए आवेदन और संबंधित दस्तावेज मीडिया के सामने रखे। उन्होंने बताया कि उनका पूरा परिवार पहले पटना में पंजीकृत था। अप्रैल 2024 में उन्होंने लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया।
इसके साथ ही पटना से अपने नाम को हटाने के लिए भी आवेदन दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में देरी या त्रुटि के कारण उनका नाम अभी पटना में बना हुआ था, लेकिन उन्होंने BLO (Booth Level Officer) से लिखित आवेदन कर रसीद भी ली है।
डिप्टी सीएम का साफ बयान
विजय सिन्हा ने जोर देकर कहा कि वे एक ही जगह से वोट करते हैं और पिछले चुनाव में भी लखीसराय से वोट दिया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में नाम हटाने के लिए उनका फॉर्म खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने प्रक्रिया पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जिससे राजनीति की गरिमा गिरती है।
तेजस्वी यादव पर तीखा हमला
डिप्टी सीएम ने कहा कि तेजस्वी यादव जैसे नेता झूठे आरोप लगाकर राजनीति को खराब करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार और देश दोनों जानते हैं कि राजद के नेता जंगलराज के युवराज के तौर पर दूसरों को बदनाम करने की कोशिश करते हैं। विजय सिन्हा ने तेजस्वी से माफी मांगने की भी मांग की है और कहा कि ऐसे आरोप राजनीतिक और नैतिक रूप से गलत हैं।
मतदाता सूची सुधार प्रक्रिया पर सवाल
विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव की मतदाता सूची सुधार प्रक्रिया की जानकारी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि इस प्रक्रिया की पूरी जानकारी हो, तभी आरोप-प्रत्यारोप को सही या गलत ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पारदर्शी होती है और सभी दस्तावेज मौजूद हैं।