Pune

नोएडा में ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश, 3 किलो चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार, दूसरा फरार

नोएडा में ड्रग्स  रैकेट का पर्दाफाश, 3 किलो चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार, दूसरा फरार

नोएडा पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक तस्कर शुभम कुमार को गिरफ्तार किया है। उसके पास से करीब तीन किलो चरस बरामद हुई है, जबकि उसका साथी वैभव फरार बताया जा रहा है।

नोएडा: पुलिस ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मेरठ निवासी शातिर तस्कर शुभम कुमार को गिरफ्तार किया है, जो युवाओं को नशे की चपेट में लाने के लिए दिल्ली-एनसीआर के कॉलेजों और पब इलाकों में चरस सप्लाई करता था। आरोपी के पास से करीब तीन किलो चरस बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है।

सेक्टर-59 मेट्रो स्टेशन से दबोचा तस्कर

एडीसीपी नोएडा सुमित कुमार शुक्ला के अनुसार, आरोपी शुभम कुमार को सेक्टर-59 मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी अपने साथी वैभव के साथ यहां ड्रग्स की बड़ी खेप सप्लाई करने आ रहा है। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और जाल बिछाकर पुलिस ने शुभम को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथी फरार होने में सफल रहा।

पुलिस ने आरोपी के पास से तीन किलोग्राम उच्च गुणवत्ता की चरस बरामद की है। यह चरस पहाड़ी इलाकों से लाई गई थी और दिल्ली-एनसीआर के युवाओं तक पहुंचाई जानी थी। पुलिस के मुताबिक, आरोपी लंबे समय से ड्रग्स सप्लाई के इस नेटवर्क में सक्रिय था।

शेयर बाजार में नुकसान के बाद बना तस्कर

आरोपी शुभम कुमार (28) मेरठ का रहने वाला है और बीसीए पास है। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि पहले वह शेयर बाजार में काम करता था, लेकिन भारी नुकसान झेलने के बाद उसने जल्द अमीर बनने की चाह में मादक पदार्थों की तस्करी शुरू कर दी।

उसने बताया कि उसका साथी वैभव उसे इस धंधे में लेकर आया। दोनों मिलकर पहाड़ी क्षेत्रों से चरस सस्ते दामों में खरीदते और फिर दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद व आसपास के कॉलेजों, बार और कैफे में ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे। शुभम ने स्वीकार किया कि वह पहली बार ड्रग्स की खेप लेकर नोएडा आया था, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से पकड़ा गया।

पुलिस कर रही नेटवर्क की गहन जांच

पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि शुभम और वैभव का संबंध किस अंतरराष्ट्रीय या अंतर्राज्यीय ड्रग्स सिंडिकेट से है। पुलिस टीम आरोपी के कॉल रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन की भी जांच कर रही है ताकि रैकेट के अन्य सदस्यों तक पहुंचा जा सके।

अधिकारियों के अनुसार, यह नेटवर्क युवाओं को निशाना बनाकर उन्हें धीरे-धीरे नशे की लत में धकेल रहा था। पुलिस अब ड्रग्स की सप्लाई चेन को पूरी तरह तोड़ने की दिशा में काम कर रही है।

Leave a comment