राजस्थान की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है। प्रदेश के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा का निधन हो गया। वे लंबे समय तक राजस्थान की राजनीति में सक्रिय रहे और जनसेवा के लिए हमेशा समर्पित रहे।
जयपुर: राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में एक बार फिर उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। भारत मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण ओडिशा तट से टकराई डिप्रेशन प्रणाली अब दक्षिण ओडिशा के अंदरूनी हिस्सों में पहुंच चुकी है और अगले 24 घंटों में यह कमजोर होकर वेल-मार्क्ड लो-प्रेशर एरिया में बदल सकती है। इसके असर से पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिण भारत के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत
नंदलाल मीणा ने 1977 में उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा। जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में उनकी यह पहली जीत 10,445 मतों के बड़े अंतर से मिली थी। उन्हें कुल 20,263 मत प्राप्त हुए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी जयनारायण को 9,818 मत ही मिले। इस जीत ने उनके लंबे और सफल राजनीतिक जीवन की नींव रखी।
उनका राजनीतिक करियर संघर्ष, समर्पण और जनसेवा का प्रतीक रहा। नंदलाल मीणा सात बार विधायक और एक बार सांसद रहे। इसके अलावा, उन्होंने तीन बार राजस्थान सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी निभाई और संगठन में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया।
परिवार और राजनीतिक विरासत
नंदलाल मीणा का परिवार भी राजनीतिक और सामाजिक सेवा में सक्रिय रहा है। उनकी पत्नी सुमित्रा मीणा चित्तौड़गढ़ की जिला प्रमुख रह चुकी हैं। पुत्रवधु सारिका मीणा ने भी इस जिम्मेदारी को संभाला। उनके बेटे हेमंत मीणा राजस्थान सरकार में वर्तमान में राजस्व मंत्री हैं। हालांकि उन्हें पहली बार प्रतापगढ़ विधानसभा से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन अगले चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की और राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया।
नंदलाल मीणा की सबसे बड़ी पहचान यह रही कि उन्होंने अपने संपूर्ण राजनीतिक जीवन में कभी हार नहीं देखी। उनकी लोकप्रियता और जनसेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें प्रदेश में एक सम्मानित और भरोसेमंद नेता बना दिया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जताया दुख
पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा के निधन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, कैबिनेट मंत्री हेमंत मीणा जी के पूज्य पिताजी व राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवारजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नंदलाल मीणा का राजनीतिक जीवन संघर्ष, समर्पण और जनसेवा का प्रतीक रहा। उनके निधन से प्रदेश की राजनीति ने एक अनुभवी और लोकप्रिय जनप्रतिनिधि को खो दिया है।