केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चुनाव प्रचार के दौरान महाराष्ट्र के लातूर जिले में कहा कि, ईंधन किसान को बनाना चाहिए इसलिए हम जैव-ईंधन और वैकल्पिक ईंधन नीति लेकर आए हैं।' मोदी सरकार में गांव के विकास को लेकर की चर्चा।
Election 2024: लोकसभा चुनावो को लेकर देश भर में सियासी पारा तेज बढ़ा हुआ है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को चुनावी प्रचार सभा के दौरान महाराष्ट्र के लातूर जिले में पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि आजादी के बाद के वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। महाराष्ट्र के लातूर जिले में चुनाव प्रचार करते हुए आगे कहा,"गांवों का चेहरा बदलना इस पर निर्भर करता है कि सरकार की नीतियां कैसे बनाई जाती हैं।'',
जैव-ईंधन और वैकल्पिक ईंधन नीति
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि हमने तय किया है कि ईंधन किसान को बनाना चाहिए इसलिए हम ''जैव-ईंधन और वैकल्पिक ईंधन नीति'' लेकर आए हैं। गडकरी ने कहा, "हम और हमारी केंद्र सरकार गांवों की तस्वीर बदलने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार ने तय किया है कि गांव समृद्ध हों। इस संबंध में सरकार ने गांवो के लिए कई फैसले लिए हैं। साथ ही बता दें कि भारत हर साल 16 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात करता है।"
गांवों में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया कि इंडियन ऑयल देशभर में 300 इथेनॉल पंप स्थापित करने जा रहा है। गांवों में उत्पादित इथेनॉल को प्रत्येक क्षेत्र के पेट्रोल पंपों पर इसकी आपूर्ति की जाएगी, जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और गांव ज्यादा से ज्यादा समृद्ध होंगे।
आगे कहा कि आजादी के बाद हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बड़े उद्योगों और औद्योगिक क्षेत्रों पर ध्यान दिया था। हालांकि, उन्होंने रुसी मॉडल के आधार पर इनको स्थापित किया था। जिसके तहत गांवों की उपेक्षा होने लगी। गांवों में स्कूल, शिक्षक, सड़कें, साफ पानी नहीं था।"
संविधान बदलने की झूठी अफवाह है
गडकरी ने कांग्रेस के द्वारा कहे गए मुद्दे पर कहा कि, विपक्षी दल अफवाह फैला रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) देश के संविधान को बदलने की योजना बना रही है, लेकिन बता दें कि भारत के संविधान की ''मुख्य विशेषताएं'' जैसे धर्मनिरपेक्षता और मौलिक अधिकारों को कोई भी पार्टी, यहां तक कि संसद भी नहीं बदल सकती।'' तो यह सरकार को गिराने के लिए झूठी अफवाह फैलाई जा रही है।