Driving Licence Apply: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए देना होगा Online Test, एक गलती होने पर भी हो जाएंगे फेल

Driving Licence Apply: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए देना होगा Online Test, एक गलती होने पर भी हो जाएंगे फेल
Last Updated: 02 अप्रैल 2024

यूपी में लर्निंग लाइसेंस के बाद अब परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिए भी आनलाइन टेस्ट देना पड़ेगा। शहीद बंधू सिंह चालक प्रशिक्षण केंद्र चरगांवा में छोटे और बड़े भारी वाहनों के लिए अत्याधुनिक ट्रैक बनाया गया है। टेस्ट के लिए ट्रैक के 40 टावर पर सीसी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसका कार्य अंतिम चरण में हैं।

गोरखपुर: लर्निंग लाइसेंस के बाद परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदक को आनलाइन टेस्ट देना होगा। शहीद बंधू सिंह चालक प्रशिक्षण केंद्र चरगांवा में छोटे और बड़े वाहनों के लिए आधुनिक ट्रैक तैयार किया जा रहा है। टेस्ट के दौरान ट्रैक के 40 टावर पर सीसी कैमरे की नजर होगी। यूपी की विख्यात  एजेंसी की देखरेख में उपकरण लगने का काम शुरू हो गया हैं और जल्द ही टावर लगाने का काम भी पूरा हो जाएगा।

अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि अप्रेल-मई के महीने में सीसी टीवी कैमरे की निगरानी में आनलाइन टेस्ट की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बताया कि आवेदक के द्वारा टेस्ट के दौरान थोड़ी सी भी चूक कर देने पर कंप्यूटराइज्ड सिस्टम के द्वारा अभ्यर्थी को फेल कर देगा। अभी तक केवल मैनुअल टेस्ट की ही व्यवस्था हैं।

ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया में होगी पारदर्शिता

जानकारी के अनुसार लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिए लागू की गई टेस्ट की आन लाइन प्रक्रिया के बाद लाइसेंस व्यवस्था में पारदर्शिता आ जाएगी। काम के लिए बिचौलियों का सिस्टम भी खत्म हो जाएगा। बताया कि शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश पर डीटीआइ में जल्द ही चालकों को प्रशिक्षण देने के लिए पाठशाला की भी शुरुआत की जाएगी।

अधिकारी ने बताया कि छोटे एवं भारी वाहनों के अभ्यास हेतु दो कंप्यूटर कक्ष तैयार किए जाएंगे। भवन के भूतल (बेस ग्राउंड) पर प्रयोगशाला स्थापित होगी। पहली मंजिल पर सेंटर हेड कक्ष, सर्विलांस कक्ष, सभागार, अभ्यर्थियों के लिए स्पेशल क्लास रूम और 100 लोगों के एक साथ बैठने के लिए आडिटोरियम होगा। दूर और अन्य राज के अभ्यर्थियों के रहने के लिए हास्टल रूम की सुविधा मिलेगी। प्रशिक्षण के के साथ-साथ ठहरने, नाश्ता और भोजन के लिए न्यूनतम शुल्क पर सारी व्यवस्था मुहिया कराई जाएगी।

कुशल चालक तैयार करने के लिए शुरू हुई प्रक्रिया

डीटीआइ में ऑनलाइन टेस्ट प्रक्रिया के बाद कुशल प्रशिक्षण प्राप्त ड्राइवर तैयार किए जाएंगे। प्रशिक्षण के लिए सभी व्यक्तियों के लिए न्यूनतम एक माह की अवधि निर्धारित की गई है। प्रशिक्षण के साथ आवेदक को यातायात के नियमों की भी संपूर्ण जानकारी भी दी जाएगी। संभागीय निरीक्षक की निगरानी में  प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाएंगे।

 जानकारी के मुताबिक वर्तमान में लाइसेंस की जो व्यवस्था चल रही भी वह भी चलती रहेगी। डीटीआइ में रोजाना 60 से 65 उम्मीदवार टेस्ट देने पहुंचते हैं। युवाओं को परफेक्ट ड्राइवर बनाने और मार्ग दुर्घटनाओं पर रोक लगाने की सोच के साथ शासन ने 487.25 लाख रुपये खर्च करके चालक प्रशिक्षण केंद्र को तैयार कराया है। प्रशिक्षण केंद्र पर जुलाई 2021 से ड्राइविंग लाइसेंस से बनाने से रिलेटिव काम शुरू हो गए हैंI

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